बेंगलुरु 18 अप्रैल (वार्ता) कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्दारमैया ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा की आलोचनाओं को खारिज करते हुए अपनी सरकार की ओर से शुरू की गई गारंटी योजनाओं को बनाए रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
गारंटी योजनाओं को ‘अस्थायी’ बताने वाली श्री विजयेंद्र की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए, श्री सिद्दारमैया ने कहा,“गारंटी योजनाएं जारी रहेंगी और इसके लिए हमने बजट में 52,000 करोड़ रुपये अलग रखे हैं। मैंने इन योजनाओं के प्रति सरकार की वित्तीय प्रतिबद्धता, उनके निर्बाध संचालन को सुनिश्चित करने पर जोर दिया है।”
गारंटी योजनाओं पर मुख्यमंत्री का कड़ा रुख कर्नाटक में लोकसभा चुनाव से पहले चल रहे राजनीतिक प्रचार के बीच आया है।
श्री विजयेंद्र की टिप्पणियों पर कटाक्ष करते हुए श्री सिद्दारमैया ने ऐसे दावों के आधार पर सवाल उठाया और कहा,“अस्थायी से उनका क्या मतलब है? क्या वह भविष्यवक्ता हैं?” श्री सिद्दारमैया ने कांग्रेस पार्टी के सत्ता में लंबे समय तक टिके रहने का भरोसा जताते हुए घोषणा की,“कर्नाटक में हम इस कार्यकाल के अंत तक सत्ता में बने रहेंगे और अगले कार्यकाल के लिए भी वापसी करेंगे। हम किसी भी कारण से गारंटी योजनाओं को बंद नहीं करेंगे।”
श्री सिद्दारमैया सरकार द्वारा शुरू की गई गारंटी योजनाओं का उद्देश्य आबादी के विभिन्न वर्गों को वित्तीय सुरक्षा और लाभ प्रदान करना है। बजट में 52,000 करोड़ रुपये के आवंटन के साथ, सरकार लोगों के कल्याण के लिए इन योजनाओं की स्थिरता और प्रभावशीलता सुनिश्चित करना चाहती है।
इससे पहले वर्ष 2019 के संसदीय चुनाव में, कांग्रेस और उसके तत्कालीन गठबंधन सहयोगी जनतादल (सेक्युलर) ने सिर्फ एक-एक सीट जीती थी, जबकि भाजपा ने 28 में से 25 सीटें हासिल की थीं। इस बार ‘राजनीतिक दंगल’ बदल गया है, जद-एस अब भाजपा के साथ गठबंधन कर रही है और कांग्रेस सभी 28 सीटों पर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ रही है।
कर्नाटक में दो चरणों में चुनाव होने हैं। पहला चरण, राज्य के दक्षिणी हिस्से में 14 लोकसभा क्षेत्रों को कवर करते हुए, 26 अप्रैल को होगा, इसके बाद सात मई को उत्तरी जिलों में दूसरा चरण का मतदान होगा।
संजय, सोनिया
वार्ता