नयी दिल्ली, 29 जून (वार्ता) केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने कहा कि भारत के कार्यबल की स्किलिंग, अप-स्किलिंग और री-स्किलिंग सरकार के आत्म-निर्भर भारत के विज़न और हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित गरीब कल्याण रोजगार अभियान की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
डॉ. महेन्द्र नाथ पांडे ने सोमवार को कौशल विकास पर आयोजित वेबिनार को संबोधित करते हुए कहा कि हमें वर्तमान परिदृश्य में रोजगार पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है और इसीलिए हम प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (पीएमकेवीवाई) के अगले चरण में मांग-आधारित कौशल प्रशिक्षण पर ध्यान केंद्रित करेंगे जिसमें जिला कौशल समितियों को मजबूत करने और स्थानीय रोजगार कार्यालयों के साथ जुड़ने जैसे कुछ पहलुओं को जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि जिला आयुक्त और राज्य कौशल विकास मिशन (एसएसडीएम) की भी महत्वपूर्ण भूमिका होगी और यह उद्योग निकायों से जुड़ा होगा ताकि हम मांग आपूर्ति की कमियों को दूर कर सकें और प्रवासी श्रमिकों को जरूरी प्रशिक्षण प्रदान कर सकें जो अपने गृह राज्य लौट आए हैं। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यक हुआ तो सरकार सामाजिक और शारीरिक दूरी के दिशा-निर्देशों का पालन करने के लिए पीएमकेवीवाई केंद्रों और आईटीआई (सभी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों) को 2-3 शिफ्टों में चलाने की अनुमति देगी।
उन्होंने उद्योग से बड़े शहरों से लेकर छोटे जिलों और गांवों तक अपने परिचालन का विस्तार करने और ग्रामीण भारत के युवाओं को अप-स्किलिंग और रि-स्किलिंग में निवेश करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि इससे प्रधानमंत्री द्वारा शुरू की गई आत्म-निर्भर भारत अभियान की सफलता की दिशा में एक बड़ी छलांग लगाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि हम निजी क्षेत्र के लोगों को आगे आने एवं प्रशिक्षण देने के लिए आमंत्रित करते हैं और साथ ही स्थानीय उत्पादों और सेवाओं के लिए मुखर होने (वोकल फॉर लोकल) पर ध्यान केंद्रित करना होगा जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए युवाओं को सशक्त भी करना होगा।
डॉ. पांडे ने उद्योगों से अपील करते हुए कहा कि उन्हें प्रवासी श्रमिकों के प्रति अधिक दयालु होना चाहिए। उन्होंने कहा कि उद्योगों को चाहिए कि वे श्रमिकों की काउंसलिंग करें, उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार करें और जो लोग काम पर वापस जाने का इरादा रखते हैं उन्हें पर्याप्त सुविधा भी प्रदान करें।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारा पड़ोसी देश अपने धब्बे को मिटाने की कोशिश कर रहा है और विस्तारवादी नीति पर काम कर रहा है, लेकिन उसे अब यह भी समझ में आ रहा है कि आज के दौर उसका एक मजबूत प्रतिद्वंद्वी है और उसे इस बात को और अधिक स्पष्ट रूप से जानना होगा कि हमारा पूरा देश एकजुट है।
आजाद, रवि
जारी वार्ता