श्रीनगर, 21 मई (वार्ता) जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में सोमवार से तीसरी जी-20 पर्यटन कार्यकारी समूह की बैठक शुरू होने वाली है और 2019 में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त किए जाने के बाद पहले बड़े अंतरराष्ट्रीय आयोजन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
यहां डल झील के किनारे स्थित सुरम्य शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन कॉम्प्लेक्स (एसकेआईसीसी ) में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था के बीच तीन दिवसीय यह मेगा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
एसकेआईसीसी को 22 से 24 मई तक जी-20 प्रतिनिधियों के लिए दुल्हन की तरह सजाया गया है। प्रतिनिधियों के स्वागत के लिए इमारतों को आकर्षक रूप प्रदान किया गया है।
बैठक को बाधित करने की किसी भी आतंकवादी योजना को विफल करने के लिए श्रीनगर शहर में त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। आयोजन के लिए स्थल को साफ कर दिया गया है और सुरक्षा बल स्थिति पर नजर रखे हुए हैं। सुरक्षाबलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से लेकर एसकेआईसीसी तक (जहां समारोह आयोजित) किया जा रहा है। सभी सड़कों की मेटल डिटेक्टर से तलाशी ली गई और कार्यक्रम के दौरान कोई अप्रिय घटना न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए खोजी कुत्तों को भी लगाया गया।
अधिकारियों का कहना है कि बैठक केंद्र शासितप्रदेश के पर्यटन क्षेत्र - विशेष रूप से कश्मीर घाटी की क्षमता (जहां आयोजन हो रहा है) को दुनिया के सामने ले जाएगी। मौजूदा संरचना के सौंदर्य मूल्य को बढ़ाने के लिए श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से पूरे शहर को नया रूप दिया गया है। सड़कों की मरम्मत की गयी है। श्रीनगर स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत पूरी की गई कई परियोजनाओं का हाल ही में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने उद्घाटन किया।
श्रीनगर हवाईअड्डे से एसकेआईसीसी तक सड़कों के किनारे व्यूपॉइंट, होर्डिंग, साइनबोर्ड लगाए गए हैं और पौधारोपण किया गया है। जी-20 बैठक से पर्यटन क्षेत्र से जुड़े लोगों में उम्मीद जगी है।
एक हाउसबोट के मालिक ने कहा, 'कश्मीरियों का आतिथ्य अद्भुत है और लोग मेहमानों का स्वागत करने के लिए इंतजार कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि इस बैठक से न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि केंद्र शासित प्रदेश का विकास भी सामने आएगा।
अधिकारियों ने बताया कि 22 और 23 मई को फिल्म पर्यटन को बढ़ावा देने की रणनीति पर फोकस करते हुए 'आर्थिक विकास और सांस्कृतिक संरक्षण के लिए फिल्म पर्यटन' का आयोजन किया जाएगा। यह आयोजन जी-20 सदस्य देशों, आमंत्रित देशों, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और उद्योग हितधारकों की भागीदारी का गवाह बनेगा।
पर्यटन स्थलों को बढ़ावा देने में फिल्मों की भूमिका का उपयोग करने के लिए एक रोडमैप प्रदान करने के लिए 'फिल्म पर्यटन पर राष्ट्रीय रणनीति' का एक मसौदा तैयार किया जाएगा।
जी-20 सदस्य देशों और आमंत्रित देशों के सम्मानित वक्ताओं की एक पैनल चर्चा फिल्मों के माध्यम से गंतव्यों को बढ़ावा देने में देश-विशिष्ट समर्थकों और चुनौतियों पर प्रकाश डालेगी।
संतोष , जांगिड़
वार्ता