चुनावPosted at: Apr 15 2019 4:02PM रेडिया,टीवी मोदी के प्रचार से पटे,कहां से आता है इसका पैसा: राहुल
आगरा 15 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रचार प्रसार में जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा खर्च किये जान का आरोप लगाया है।
फतेहपुर सीकरी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं पार्टी प्रत्याशी राजबब्बर के समर्थन में आयोजित एक चुनावी सभा को संबोधित करते हुये श्री गांधी ने कहा कि टेलीविजन और रेडियो के अलावा सड़के श्री मोदी की प्रचार सामग्री से पटी पड़ी है। उन्होने कहा “ आजकल टीवी खोलो तो मोदी जी दिखायी देते है। रेडियो आन करो तो मोदी जी बोलते सुनायी देते है। यहां तक सड़कों में भी श्री मोदी के प्रचार प्रसार की सामग्री दिखायी देती है। ”
उन्होने कहा “ टीवी पर 30 सेकेंड के विज्ञापन के लिये लाखों रूपये खर्च होते है। कोई नहीं जानता कि प्रधानमंत्री के प्रचार में खर्च पैसा कौन देता है। श्री मोदी तो अपनी जेब से नहीं देते है। आपने कभी सोचा कि करोड़ों रुपये की पब्लिसिटी के लिए पैसा कहां से आता है। जनता का पैसा छीनकर अंबानी और मेहुल चौकसी जैसे उद्योगपतियों को दिया गया है। ”
श्री गांधी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार किसानो और गरीबाें के हितों की बजाय उद्योगपतियों को बढावा दे रही है। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार में उत्तर प्रदेश के किसानो ने कहा था कि अरबपति लोगों के लिये बैंक कालीन बिछवाती है जबकि उनसे कर्ज की अदायगी के बारे में पूछा जाता है। किसानो के दर्द को जानकर उनकी सरकार ने किसानो का कर्ज माफ किया।
राजस्थान, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में किसानो से किये गये वादे को कांग्रेस ने निभाया और तीनों राज्यों में सरकार बनने के दस दिनो के भीतर किसानों का कर्ज माफ कर दिया गया।
इस मौके पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निशाने पर भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रहे। उन्होने कहा कि भाजपा राष्ट्रवाद का ढोंग करती हैं। उन्होने कहा कि प्रचार के समय भाजपा नेताओं को पूरा विपक्ष राष्ट्रद्रोही लगता है। अगर वह सचमुच राष्ट्रवादी है तो उन्हे स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों का अपमान करना बंद करना होगा।
उन्होने कहा कि आज किसान कर्ज में डूबे हुए हैं। आलू किसान बेहाल हैं लेकिन उनकी सुधि लेने की फुर्सत सरकार को नहीं है। छात्रों, किसानों, अध्यापकों या समाज के किसी भी तबके ने अपना हक और अधिकार की मांग की तो उन्हें पीटा गया। उनके खिलाफ मामले दर्ज कर उन्हे देशद्रोही बता दिया गया।
प्रदीप
वार्ता