नयी दिल्ली 06 जनवरी (वार्ता) डीजल उत्सर्जन घोटाले में फँसी यूरोप की सबसे बड़ी वाहन निर्माता कंपनी फॉक्सवैगन की मुश्किलें कम होती नहीं दिख रहीं। एनजीटी कंपनी से प्रदूषण छिपाने वाले साॅफ्टवेयर वाली कारें देश में नहीं बेचने का हलफनामा माँगा है। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) ने आज कंपनी को देश में कार्बन उत्सर्जन को कम करके दिखाने वाले सॉफ्टेवयर के इस्तेमाल वाली कारों की बिक्री नहीं करने का आदेश दिया। वहीं, पर्यावरण कानून के उल्लंघन मामले में अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (ईपीए) ने फॉक्सवैगन पर 90 अरब डॉलर से अधिक का जुर्माना लगाने का दावा किया है। एनजीटी ने कंपनी को उत्सर्जन छुपाने वाले सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल वाली कारों को भारत में नहीं बेचने का हलफनामा 11 जनवरी तक देने को कहा है। न्यायाधीश स्वतंत्र कुमार की पीठ ने कहा, “हम मामले की गंभीरता को देख रहे हैं। आपको (फॉक्सवैगन) ऐसे उपकरणों वाली कारें नहीं बेचनी चाहिये और इसके लिए आपको 11 जनवरी तक शपथपत्र देना होगा।” कंपनी की पैरवी कर रहे वरिष्ठ अधिवक्ता पिनाकी मिश्रा ने एनजीटी के सामने अपनी दलीलें रखते हुये कहा, “देश में फॉक्सवैगन की कारों में इस सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल नहीं किया गया है। ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एआरएआई) इस मामले की जांच कर रही है और उसके परिणाम आने का इंतजार है। यह मामला अमेरिका के तथ्यों पर आधारित है। भारत में कंपनी दूसरे वाहन बना रही है। यहाँ जो कारें बेची जा रही हैं, उनमें उत्सर्जन मानकों का पूरी तरह से पालन किया गया है।” भारी उद्योग मंत्रालय ने अपने हलफनामे में कहा, “कंपनी द्वारा वाहनों की वापसी की घोषणा के बाद हमने इस मामले को तत्काल प्रभाव से सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को पैनल के प्रावधानों की जाँच करने के साथ ही वाहन उत्पादन को जारी रखने और जुर्माने से जुड़ी आगे की कार्रवाई पर निर्णय लेने के लिए सौंप दिया गया है।” मंत्रालय ने इससे पहले फॉक्सवैगन से वाहनों को वापस लाने का निर्देश किया था। इस पर अमल करते हुये कंपनी ने भारत में 3.2 लाख वाहन वापस मँगाने की घोषणा की थी। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली निवासी सतविंदरजीत सोढ़ी ने फॉक्सवैगन के खिलाफ दायर याचिका में एआरएआई की 04 नवंबर को जारी रिपोर्ट का हवाला देते हुये कहा है कि संगठन की रिपोर्ट में कंपनी के तीन मॉडलों जेट्टा, वेंटो और ऑडी ए4 के उत्सर्जन में प्रदूषण स्वीकार्य स्तर से नौ गुणा से भी ज्यादा होने की बात कही थी। सूरज अजीत वार्ता