IndiaPosted at: May 22 2020 10:26PM देश में यूरोपीय देशों जैसी भयावह स्थिति नहीं: सरकार
नयी दिल्ली 22 मई (वार्ता) देश में शुक्रवार को वैश्विक महामारी कोरोना वायरस 'कोविड 19' के एक दिन में सर्वाधिक छह हजार मामले दर्ज किए गए लेकिन केंद्र सरकार का कहना है कि देश में फिलहाल यूरोपीय देशों जैसे भयावह स्थिति नहीं है।
इस बीच कोरोना वायरस के बढ़ते संकट के मद्देनजर रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने पूंजी की उपलब्धता बढ़ाने और ब्याज दरों में कमी लाने के उद्देश्य से रेपो दर में 40 आधार अंक की कमी करने का निर्णय लिया है।
केंद्रीय स्वास्थ मंत्रालय के अनुसार देश में पिछले 24 घंटो के दौरान रिकाॅर्ड 6088 नये मामले सामने आने के साथ कुल संक्रमितों की संख्या 118447 पर पहुंच गयी है लेकिन राहत की बात यह है कि इस दौरान 3000 से अधिक लोगों के स्वस्थ होने के बाद अब तक 48534 लोग इस बीमारी से निजात पा चुके हैं। इस दौरान 148 मरीजों की मौत के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर 3583 हो गयी है।
मंत्रालय के अनुसार देश में वर्तमान में 66330 सक्रिय मामले हैं।
देश में कोरोना से सबसे अधिक महाराष्ट्र प्रभावित हुआ है और कुल संक्रमण के मामलों में एक तिहाई से अधिक हिस्सा यहीं का है। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 1382 नए मामलों की पुष्टि के बाद अबतक 25 हजार मामले दर्ज किये जा चुके है तथा राज्य में पिछले 24 घंटों में 2345 नये मामले सामने आये हैं , जिसके बाद यहां कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 41642 हो गयी है तथा कुल 1454 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 11726 लोग इसके संक्रमण से ठीक भी हुए हैं।
इसबीच केंद्र सरकार सरकार ने दावा किया है कि सही समय पर 25 मार्च को लॉकडाउन लागू किये जाने के चलते करीब दो लाख से अधिक लोगों को बचा लिया गया है। कोरोना वायरस से बुरी तरह प्रभावित भारतीय अर्थव्यवस्था को गति प्रदान करने में मदद के उद्देश्य से रेपो रेट में 40 आधार अंकों की कटौती की गयी है। वर्तमान के 4.40 प्रतिशत से 40 आधार अंक कम कर 4.0 प्रतिशत कर दिया गया है।
लॉकडाउन में यह दूसरी बार है जब आरबीआई ने रेपो रेट में कटौती की है। इससे पहले 27 मार्च को रेपो दर में 0.75 फीसदी कटौती की गयी थी।
नीति आयोग के सदस्य और कोरोना ने निपटने के लिए बनाए गए 11 उच्चाधिकार प्राप्त समूहों में से प्रथम समूह के अध्यक्ष डा़ वी के पॉल ने शुक्रवार को यहां संवाददाताओं को बताया कि केन्द्र सरकार ने समय रहते लॉकडाउन का फैसला लिया था और इसी की वजह से आज बड़ी संख्या में लाेंगों की मौत हो गई होती। इसकी वजह से अधिक केसों की दर काे रोक लिया गया है और संक्रमण के प्रसार की दर में कमी आई है।
उन्होंने बताया कि तीन अप्रैल को देश में काेराेना के नए मामलों की वृद्वि दर 22.6 प्रतिशत थी और 15 मई को यह घटकर 5.5 प्रतिशत रह गई थी। इसके अलावा 28 मार्च को मृत्यु दर 71़ 4 प्रतिशत थी जो 15 मई को घटकर 5़ 5 प्रतिशत पर आ गई थी।
मंत्रालय ने कहा कि समय रहते लॉकडाउन (प्रथम और द्वितीय) का जो फैसला लिया था वह बहुत ही सटीक और प्रभावी कदम था और इसी की वजह से देश में 14 से 29 लाख काेरोना मामलों को सामने आने और 37 हजार से 78 हजार मौतों को होने से रोक लिया गया है।
जतिन.संजय
जारी.वार्ता