बेंगलुरु, 14 मार्च (वार्ता) कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता सीटी रवि ने गुरुवार को कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) का उद्देश्य पड़ोसी इस्लामिक देशों में उत्पीड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देना है, न कि उत्पीड़कों को।
श्री रवि ने यहां संवाददाताओं से कहा, “सीएए केवल उन धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता प्रदान करता है, जिन्होंने पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बंगलादेश जैसे देशों में अत्याचार झेला है।”
उन्होंने सवाल उठाया कि क्या अफगानिस्तान, बंगलादेश और पाकिस्तान में मुस्लिम अल्पसंख्यक हैं और क्या उन पर अत्याचार होते हैं। उन्होंने कहा, “जरा सोचिए, क्या अफगानिस्तान, बंगलादेश और पाकिस्तान में मुसलमान अल्पसंख्यक समुदाय से हैं? क्या उन पर अत्याचार हो रहा है? किस पर अत्याचार हो रहा है? अत्याचार कौन करता है? क्या हम अत्याचार करने वालों को अनुदान दे सकते हैं?”
श्री रवि ने कहा कि सीएए का उद्देश्य उन लोगों को नागरिकता देना है, जिन्होंने अत्याचारों का सामना किया है, न कि उन लोगों को जिन्होंने अत्याचार किया है।
उन्होंने कांग्रेस पर राजनीति करने और सीएए के बारे में गलत सूचना फैलाने का आरोप लगाते हुए कहा, “आज कांग्रेस राजनीति कर रही है और झूठ बोल रही है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सीएए के बारे में बताया है।”
भाजपा नेता ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी 2003 में राज्यसभा सदस्य रहते हुए पड़ोसी इस्लामिक देशों के प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के विचार का समर्थन किया था। उनके अनुसार, प्रधानमंत्री के रूप में अपने 10 वर्ष के कार्यकाल के दौरान डॉ. सिंह ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसके विपरीत, भाजपा सरकार ने प्रताड़ित अल्पसंख्यकों को न्याय दिलाने के लिए सीएए लागू किया है।
उन्होंने कहा, “डॉ. सिंह ने 2003 में राज्यसभा सदस्य के रूप में उन्हें (भारत के पड़ोसी इस्लामिक देशों में सताये गये अल्पसंख्यकों को) नागरिकता देने की मांग की थी। उन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपने 10 साल के कार्यकाल में कुछ भी नहीं किया। हमने यह किया है और न्याय दिया है।”
यामिनी,आशा
वार्ता