नयी दिल्ली, 28 दिसम्बर (वार्ता) भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने एमसी मैरीकॉम और निखत जरीन के बीच शनिवार को हुए ट्रायल को लेकर उठे विवाद पर कहा कि इसमें भेदभाव जैसी कोई बात नहीं है और ट्रायल पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी थे।
अजय सिंह ने यहां इंदिरा गांधी स्टेडियम में ट्रायल के बाद संवाददाताओं से कहा, “बहुत दिनों से इस मुकाबले का सभी को इन्तजार था। ट्रायल पूरी तरह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से आयोजित हुआ। जो कोई भी ट्रायल को देखना चाहता था उसे आमंत्रित किया गया था। समस्त मीडिया यहां मौजूद था। हमने हर मुकाबले में 10 सर्वश्रेष्ठ जज रखे थे। हमने मुकाबलों की रिकॉर्डिंग की, मुक्केबाजों के कोचों ने भी रिकॉर्डिंग की और ओलम्पिक टीवी ने भी इस ट्रायल को कवर किया।”
फेडरेशन के अध्यक्ष ने कहा, “इससे ज्यादा निष्पक्ष ट्रायल कोई और हो ही नहीं सकता। सभी मुकाबले अच्छे-खासे अंतर से जीते गए, इसलिए भेदभाव जैसी कोई बात नहीं है। मैरी अमेच्योर मुक्केबाजी के इतिहास की सर्वश्रेष्ठ बॉक्सर हैं और निखत का भी भविष्य काफी अच्छा है क्योंकि वह उभरती हुई प्रतिभाशाली मुक्केबाज हैं। मैरी ने किस तरह यह मुकाबला लड़ा यह सबने देखा।”
मैरी के मुकाबले के बाद निखत से हाथ नहीं मिलाने के मुद्दे और खेल भावना के सवाल पर अजय सिंह ने कहा, मैरी ने हाथ क्यों नहीं मिलाया, “मैं इस मुद्दे में जाना नहीं चाहता। ऐसे मुकाबलों में भावनाएं अपने चरम पर होती हैं और मैरी भी एक इंसान हैं और उनकी भी भावनाएं हैं। निखत के समर्थक कुछ उत्तेजित हो गए और ऐसे मुकाबलों में कभी-कभी ऐसा हो जाता है।”
तेलंगाना मुक्केबाजी संघ के ट्रायल को लेकर आईबा जाने के सवाल पर अध्यक्ष ने कहा कि यह लोकतंत्र है और कोई भी कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र है लेकिन वह विश्वास दिलाना चाहते हैं कि ट्रायल पूरी तरह निष्पक्ष था और वह आगे भी ऐसा करना जारी रखेंगे।
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