नयी दिल्ली 25 मई (वार्ता) कांग्रेस ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से संसद के नये भवन का उद्घाटन नहीं कराने को कांग्रेस ने देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान बताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मनमानी के खिलाफ आदिवासी कांग्रेस के कार्यकर्ता कल देशभर में विरोध प्रदर्शन करेंगे।
आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष शिवाजीराव मोघे ने गुरुवार को यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 28 मई को संसद के नये भवन का उद्घाटन श्रीमती मुर्मु से कराने की बजाए खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं और ऐसा कर वह पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति का अपमान कर रहे हैं। इससे देश के आदिवासी समाज में गुस्सा है और उस गुस्से का इजहार करते हुए आदिवासी कांग्रेस शुक्रवार को प्रदेश, जिला तथा ब्लॉक स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेगी।
उन्होंने कहा,“हमारा सवाल है कि जब इतने लोग आवाज उठा रहे हैं तो प्रधानमंत्री मोदी जवाब क्यों नहीं देते। देश की पहली आदिवासी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी से नए संसद भवन का उद्घाटन नहीं करवाना लोकतंत्र का अपमान है।”
श्री मेघे ने कहा कि श्री मोदी लगातार सर्वोच्च संवैधानिक पद की गरिमा को कम करने का काम कर रहे हैं। उनका कहना था कि पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भी दिसंबर 2020 में इसी संसद भवन के भूमिपूजन के लिए नहीं बुलाया गया था। नये संसद भवन का उद्घाटन माननीय राष्ट्रपति के कर कमलों द्वारा होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं किया जा रहा है। उनका कहना था कि बड़ा सवाल यह है कि आखिर प्रधानमंत्री की अनुसूचित तथा जाति-जनजाति के बारे में ऐसी मानसिकता क्यों है।
उन्होंने कहा,“हम प्रधानमंत्री मोदी की तानाशाही के खिलाफ लड़ना जारी रखेंगे। श्री मोदी की इसी मानसिकता के खिलाफ जारी लड़ाई के क्रम में देश की महिलाओं, आदिवासियों और लोकतंत्र को अपमानित करने के विरोध में कल हम पूरे देश में ब्लॉक, जिला और गांव के स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे।”
अभिनव.संजय
वार्ता