लखनऊ, 24 दिसम्बर (वार्ता) दिल्ली और हैदराबाद के बीच बुधवार को दिल्ली में खेले जाने वाले रणजी ट्राफी मुकाबला शुरू होने के साथ ही उत्तर प्रदेश के सुनील चतुर्वेदी 100 प्रथम श्रेणी मैचों में रेफरी की भूमिका निभाने वाले देश के पहले शख्स का रूतबा हासिल कर लेंगे।
अपनी इस उपलब्धि से रोमांचित चतुर्वेदी ने भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरभ गांगुली समेत अन्य पदाधिकारियों को ई मेल कर आभार जताया है। उन्होंने लिखा, “बीसीसीआई में एलीट पैनल के मैच रेफरी की हैसियत से मैं 25 से 28 दिसम्बर के बीच दिल्ली में खेले जाने वाले रणजी मुकाबले मे अपने दायित्व का निर्वहन करूंगा। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में बतौर मैच रेफरी मेरा यह 100वां मैच होगा। मैं पहला भारतीय हूं जिसे यह गौरव हासिल होगा। निस्संदेह यह मेरे लिये महान उपलब्धि है। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 13 साल उत्तर प्रदेश टीम का नेतृत्व करने के बाद बीसीसीआई ने 1999 में मुझे मैच रेफरी बनाया और पिछले करीब 21 वर्षो में मैं प्रथम श्रेणी समेत क्रिकेट के अन्य प्रारूप के 285 मुकाबलों में मैच रेफरी की भूमिका निभा चुका हूं।”
उन्होने लिखा, “मैं बीसीसीआई का शुक्रगुजार हूं कि उसने मुझ पर भरोसा बनाये रखा। पिछले 40 वर्षों से भारतीय क्रिकेट का हिस्सा बने रहना मेरे लिये गौरव की बात है। इसके लिये मै बीसीसीआई के सभी पदाधिकारियों को तहेदिल से शुक्रिया अदा करता हूं।”
कानपुर के स्वरूप नगर क्षेत्र के मूल निवासी चतुर्वेदी पिछले कई वर्षों से मुबंई में है। यूनियन बैंक आफ इंडिया में चीफ मैनेजर के पद पर कार्यरत पूर्व रणजी खिलाड़ी ने कहा, “मैच रेफरी का कार्य चुनौतीपूर्ण है। खेल के मैदान में अनुशासन बनाये रखने की जिम्मेदारी रेफरी की होती है और मैं खुशकिस्मत हूं कि अपने दायित्व का भलीभांति निर्वहन करने में सफल रहा हूं। मुझे अभी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट टेस्ट मैच,एक दिवसीय अथवा टी-20 में मौका नहीं मिला है लेकिन आईपीएल मुकाबलों में मुझे काबिलियत दिखाने का अवसर मिला है और मैं इससे संतुष्ट हूं।”
उन्होंने कहा, “क्रिकेट से रिटायर होने के बाद मैने कोचिंग अथवा क्रिकेट कमेंटरी को पेशा बनाने के बारे में सोचा था लेकिन उस दौरान बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट के लिये मैच रेफरी का पद सृजन किया। और इसके लिये सभी क्रिकेट संघों को नाम भेजने को कहा। मैं यूपीसीए का कृतज्ञ हूं कि उसने मेरे नाम का प्रस्ताव किया। पहले कुछ वर्षों तक मैच रेफरी को मैच पर्यवेक्षक के तौर पर जाना जाता था।”
चतुर्वेदी अब तक 99 प्रथम श्रेणी मैचों के अलावा लिस्ट ए के 69, टी-20 के 49 और आईपीएल समेत बीसीसीआई द्वारा प्रायोजित अन्य 69 मुकाबलों में मैच रेफरी की भूमिका निभा चुके हैं। बतौर विकेटकीपर खिलाडी अपने 13 साल के करियर में उन्होंने सात शतकों के साथ 3864 रन बनाये और 88 कैच एवं 17 स्टंपिग के साथ 105 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया।
प्रदीप राज
वार्ता