मुंबई. 01 जनवरी(वार्ता) बॉलीवुड में संजीदा अभिनय के लिये मश्हूर अभिनेत्री विद्या बालन आज 38 वर्ष की हो गयीं। 01 जनवरी 1979 को केरल में जन्मी विद्या बालन बचपन से अभिनेत्री बनने का ख्वाब देखा करती थीं। वर्ष 1995 में विद्या बालन को जीटीवी पर प्रसारित धारावाहिक हम पांच में काम करने का अवसर मिला। उन्होंने फिल्मों में अपने करियर की शुरूआत वर्ष 2003 में प्रदर्शित बंग्ला फिल्म ‘भालो थेको’ से की। विद्या बालन ने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरूआत वर्ष 2005 में प्रदर्शित विदु विनोद चोपड़ा की फिल्म ‘परिणीता’ से की। इस फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिये उन्हें सर्वश्रेष्ठ डेब्यू अभिनेत्री का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया। फिल्म में विद्या बालन के अपोजिट संजय दत्त थे। फिल्म टिकट खिड़की पर सुपरहिट साबित हुयी। वर्ष 2006 में विद्या बालन को एक बार फिर विद्यु विनोद चोपड़ा की फिल्म ‘लगे रहो मुन्ना भाई’ में संजय दत्त के साथ काम करने का अवसर मिला। इस फिल्म में भी विद्या के अभिनय को दर्शकों की सराहना मिली। वर्ष 2007 में विद्या को मणिरत्नम की फिल्म ‘गुरु’ में काम करने का अवसर मिला। फिल्म में विद्या की भूमिका छोटी थी बावजूद इसके उन्होंने दर्शकों का दिल जीत लिया।
वर्ष 2007 विद्या बालन के करियर का अहम वर्ष साबित हुआ। इस वर्ष विद्या की ‘हे बेबी’ और ‘भूल भुलैया’ जैसी सुपरहिट फिल्में प्रदर्शित हुयी।भूल भुलैया के लिये विद्या सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के फिल्म फेयर पुरस्कार के लिये नामांकित भी हुयी।वर्ष 2009 में प्रदर्शित फिल्म ‘पा’ में विद्या बालन ने अमिताभ बच्चन की मां का किरदार निभाया।इस फिल्म के लिये उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया। वर्ष 2010 में प्रदर्शित फिल्म ‘इश्किया’ विद्या बालन के करियर की महत्वपूर्ण फिल्मों में शुमार की जाती है।इस फिल्म में विद्या बालन के अभिनय का नया रूप दर्शकों को देखने को मिला।फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिये वह फिल्मफेयर द्वारा सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के क्रिटिक्स पुरस्कार से सम्मानित की गयी। वर्ष 2011 में प्रदर्शित फिल्म ‘द डर्टी पिक्चर’ विद्या बालन के करियर की सबसे कामयाब फिल्म साबित हुयी।एकता कपूर के बैनर तले बनी इस फिल्म में विद्या बालन में दक्षिण भारतीय अभिनेत्री सिल्क स्मिता के किरदार को रूपहर्ले पर्दे पर जीवंत कर दिया।फिल्म में अपने दमदार अभिनय के लिये सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार और फिल्म फेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। वर्ष 2012 में प्रदर्शित फिल्म ‘कहानी’ भी विद्या बालन के करियर के लिये मील का पत्थर साबित हुयी।इस फिल्म के जरिये विद्या बालन ने अपने सधे हुये अभिनय से दिखा दिया कि ग्लैमर का सहारा लिये बगैर फिल्म को सुपरहिट बनाया जा सकता है।इस फिल्म के लिये भी विद्या को सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्म फेयर पुरस्कार दिया गया।इसी वर्ष विद्या ने यूटीवी के सीइओ सिद्धार्थ रॉय कपूर से शादी कर ली। वर्ष 2014 में विद्या बालन पदमश्री पुरस्कार से सम्मानित की गयीं।इस वर्ष विद्या की फिल्म ‘शादी के साइड इफेक्टस’ और ‘बॉबी जासूस’ प्रदर्शित हुयी लेकिन फिल्में टिकट खिड़की पर कोई कमाल नही दिखा सकीं। विद्या इन दिनों फिल्म ‘बेगम जान’में काम कर रही हैं।