अम्मान, 10 मार्च (वार्ता) राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता विकास कृष्णन (69) और सिमरनजीत कौर (60) ने शानदार प्रदर्शन करते हुए एशिया/ओसनिया ओलंपिक क्वालिफायर मुक्केबाजी टूर्नामेंट में अपने वजन वर्ग में मंगलवार को फाइनल में प्रवेश कर लिया जबकि एमसी मैरीकॉम (51 किग्रा), अमित पंघल (52), लवलीना बोर्गोहैन (69) और पूजा रानी (75) को सेमीफाइनल में हारकर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
विकास, सिमरनजीत, मैरी, पंघल, लवलीना और पूजा सेमीफाइनल में पहुंचकर पहले ही टोक्यो ओलम्पिक के लिए कोटा हासिल कर चुके हैं। विकास और सिमरनजीत ने फाइनल में पहुंचकर अपने लिए कम से कम रजत पदक तो पक्का कर लिया है। विकास ने दूसरी वरीयता प्राप्त और दो बार के विश्व चैंपियनशिप कांस्य विजेता कजाकिस्तान के अब्लैकहान ज़हूसुपोव को नजदीकी संघर्ष में 3-2 से हराया। 28 वर्षीय विकास का फाइनल में बुधवार को जॉर्डन के एशाह हुसैन से मुकाबला होगा।
सिमरनजीत ने सेमीफाइनल में चीनी ताइपे की शिह यी वू को 4-1 से हराया। सिमरनजीत का फाइनल में दक्षिण कोरिया की योंजि ओह से मुकाबला होगा। छह बार की विश्व चैंपियन एमसी मैरीकॉम (51 किग्रा) को सेमीफाइनल में चीन की युआन चांग से 2-3 से हार कर कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
विश्व चैंपियनशिप के रजत विजेता और टॉप सीड पंघल को चिन के जियान गुआन हू से नजदीकी संघर्ष में 2-3 से हार का सामना पड़ा और उन्हें भी कांस्य पदक मिला। एक अन्य मुकाबले में दो बार की विश्व चैंपियनशिप की कांस्य विजेता और दूसरी सीड बोर्गोहैन को तीसरी सीड और 2018 की विश्व रजत विजेता चीन की होंग गू से 0-5 से हार का सामना करना पड़ा। बोर्गोहैन को भी कांस्य पदक मिला। एशियाई चैंपियनशिप की स्वर्ण विजेता पूजा रानी (75) को सेमीफाइनल में चीन की कियान ली ने 5-0 से हराया।
इस बीच सचिन कुमार (81) ने विएतनाम के मांह क्योंग एनगुयेन को पहली बॉक्स ऑफ बाउट में 4-1 से हराया। उनका आखिरी बॉक्स ऑफ बाउट में ताजिकिस्तान के शाबोस नेगमातुलाएव से मुकाबला होगा और इसे जीतने पर उन्हें ओलम्पिक कोटा मिल जाएगा।
विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता मनीष कौशिक का 63 किग्रा में बुधवार को बॉक्स ऑफ बाउट में ऑस्ट्रेलिया के हैरिसन गारसाइड से मुकाबला होगा और इस मुकाबले को जीतने पर मनीष को भी कोटा मिल जाएगा।
भारत ने इस टूर्नामेंट से आठ ओलम्पिक कोटा हासिल कर लिए हैं और 2012 के लंदन ओलम्पिक में आठ कोटा स्थान हासिल करने के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की बराबरी कर ली है। भारत ने 2016 के पिछले रियो ओलम्पिक में छह कोटा स्थान हासिल किये थे। यदि कल सचिन और मनीष कोटा हासिल कर लेते हैं तो यह भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन हो जाएगा।
जो भारतीय मुक्केबाज एशियाई क्वालीफायर में कोटा हासिल नहीं कर पाए, उन्हें मई में पेरिस में होने वाले विश्व क्वालीफायर्स में कोटा हासिल करने का मौका मिलेगा।
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