बिजनेसPosted at: Apr 15 2024 4:12PM मार्च में थोक मुद्रा स्फीति बढ़कर 0.53 प्रतिशत हुयी
नयी दिल्ली, 15 अप्रैल (वार्ता) थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रा स्फीति मार्च में बढ़ कर 0.53 प्रतिशत हो गयी, जो तीन महीने का इसका उच्चतम स्तर है।
फरवरी में थोक मुद्रास्फीति 0.20 प्रतिशत थी। सोमवार को जारी वाणिज्य मंत्रालय के मासिक आंकड़ों के मुताबिक मार्च में प्याज आलू और अन्य खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी के कारण थोक मुद्रा स्फीति का दबाव बढ़ा। मार्च में खाद्य वस्तुओं की थोक मुद्रा स्फीति 4.65 प्रतिशत रही।
मार्च में प्राथमिक खाद्य वस्तुओं के अलावा औषधियों, वनस्पति से बने उत्पादों, लकड़ी और लकड़ी से बने सामान तथा चार्म उद्योग के उत्पादों और कुछ अन्य विनिर्मित वस्तुओं की थोक कीमतों में वृद्धि दर्ज की गयी।
मार्च में प्याज के दाम पिछले साल से करीब 57 प्रतिशत और आलू के भाव 53 प्रतिशत ऊपर चल रहे थे जबकि पिछले साल मार्च में प्याज की थोक कीमतें 37 प्रतिशत कम हुयी
थी और आलू थोक बाजार में सालाना आधार पर 25.59 प्रतिशत नीचे बिक रहा था।
मार्च में प्राथमिक वस्तुओं की थोक मुद्रास्फीति 4.51 प्रतिशत रही।
ईंधन और बिजली वर्ग तथा विनिर्मित उत्पादों में थोक भाव पिछले साल से क्रमशः 0.77 प्रतिशत और 0.85 प्रतिशत कम रहे।
मनोहर.समीक्षा.श्रवण
वार्ता