नयी दिल्ली, 21 जनवरी (वार्ता) येस बैंक ने वर्ष 2022-23 में गत दिसंबर में समाप्त तीसरी तीसरी तिमाही में 914 करोड़ रुपये का परिचालन लाभ दिखाया है जो सालाना आधार पर 25 प्रतिशत वृद्धि दर्शाता है।
बैंक ने शनिवार को जारी तिमाही वित्तीय रिपोर्ट में कहा कि उसका दिसंबर,22 की तिमाही का परिचालन लाभ आठ तिमाहियों में सबसे ऊंचा रहा। पर इस दौरान पुराने बकायों के लम्बी- अवधि तक प्राप्त न होने के चलते ऊंचे प्रावधान से बैंक का शुद्ध लाभ घट कर 52 करोड़ रुपये रह गया।
बैंक ने कहा है कि आलोच्य तिमाही उसके अग्रिमों में सालाना आधार पर 10 प्रतिशत तथा जमा में 16 प्रतिशत की वृद्धि हुई। तीसरी तिमाही के अंत में बैंक की बैलेंस शीट का आकार एक साल पहले से 13 प्रतिशत ऊंचा रहा।
इस दौरान बैंक द्वारा खुदरा ग्राहकों, लघु एवं मझोले उद्यमों तथा मझोली कंपनियों का दिये कर्ज का अनुपात 58:13:29 का रहा जबकि दूसरी तिमाही में यह अनुपात 54:12:34 था।
बैंक का करेंट एकाउंट: सेविंग एकाउंट अनुपात (कासा) दूसरी तिमाही के 31 प्रतिशत और एक साल पहले के 20.3 प्रतिशत की तुलना में 29.9 प्रतिशत रहा।
बैंक ने कहा है कि इस दौरान उसकी कर्ज वसूली की स्थिति में अच्छे खासे सुधार के चलते सकल वसूली में फंसा कर्ज जीएनपीए चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के कुल कर्ज के 12.9 प्रतिशत की तुलना में तेजी से घट कर 2.0 प्रतिशत प्रतिशत के स्तर पर आ गया। पिछले वर्ष इसी तिमाही में जीएनपीए 14.7 प्रतिशत था। इस दौरान शुद्ध अवरुद्ध कर्ज (एनएनपीए) का अनुपात भी घट कर 1 प्रतिशत रह गया जो इससे पिछली तिमाही में 3.6 प्रतिशत था पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 5.3 प्रतिशत था।
बैंक ने आलोच्य तिमाही में 8,900 करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई। इस दौरान बैंक को शेयर पूंजी के रूप में 5,093 करोड़ रुपये और 948 करोड़ रुपये वारंट आवेदन के रूप में प्राप्त हुए।
आलोच्य तिमाही में बैंक की भारित जोखिमशुदा परिसम्पत्तियों के मुकाबले बैंक की अपनी पूंजी का अनुपात एक तिमाही पहले के 11.7 प्रतिशत से सुधर कर 13 प्रतिशत के बराबर रहा।
आलोच्य तिमाही में बैंक ने निदेशक मंडल में सुनलील कौल (कार्लाइल) और श्वेता जलान (एडवेंट) को शामिल किया।
बैंक के प्रबंध निदेशक एवं मुख्य अधिशासी अधिकारी प्रशांत कुमार ने तिमाही परिणाम पर टिप्पणी में कहा कि आलोच्य तिमाही में बैंक ने अपने कारोबार की नयी दिशा की दृष्टि से दो महत्वपूर्ण सौदे किए जिससे बैंक जोखिम भारांकित सम्पत्ति के समक्ष बैंक की पूंजी का अनुपात सुधरा है तथा तथा वसूल नहीं हो रहे कुछ ऋणों को जेसी फ्लावर्स एआरसी के हस्तांतरण से उसकी सकल और शुद्ध एनपीए का अनुपात 2018-19 की तीसरी तिमाही के बाद के न्यूनतम स्तर पर आ गया है।
मनोहर,आशा
वार्ता