राज्यPosted at: Apr 10 2024 3:51PM आप अपने जीवन के स्वामी-मिश्रा
जयपुर 10 अप्रैल (वार्ता) जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट जयपुर ने “मानव क्षमता के मनोविज्ञान की ओर” विषय पर 14वां थॉट लीडरशिप व्याख्यान आयोजित किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता एवं महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा के पूर्व कुलपति प्रोफेसर गिरीश्वर मिश्रा ने कहा कि व्यक्ति स्वयं ही अपने जीवन का स्वामी है और उसके विकास की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने इतिहास में दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला और भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जैसे महान व्यक्तियों के संघर्षों के कई उदाहरण साझा किए और कहा कि किसी भी व्यक्ति की क्षमता निश्चित नहीं है। व्यक्ति अपनी क्षमताओं को कैसे साकार करने के लिए कैसे काम करता है यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि कोई अपने प्रयासों में कैसे निवेश करता है और अवसर का लाभ उठाता है।
उन्होंने भारतीय दार्शनिक परंपराओं से आगे बढ़ते हुए भौतिकता और आध्यात्मिकता को जोड़ने में मन या “सत्व” की भूमिका पर जोर दिया। प्रोफेसर मिश्रा ने एक पूर्ण जीवन के लिए “धर्म” और “सच्चिदानंद”के साथ रहने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि जहां मन की पवित्रता और आनंदमय व्यक्तित्व प्रबल होता है वहीं व्यक्ति अपने जीवन के लक्ष्य को हासिल कर लेता है।
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