दुनियाPosted at: Jul 6 2018 10:22PM जाकिर नाईक को भारत नहीं भेजा जाएगा: महातिर मोहम्मद
कुआलालम्पुर/ नई दिल्ली, 06 जुलाई(वार्ता)मलेशिया के प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद ने सरकार के बार बार किए जाने वाले दावों के विपरीत आज कहा कि इस्लामिक उपदेशक जाकिर नाईक को भारत प्रत्यर्पित नहीं किया जाएगा।
श्री मोहम्मद ने शुक्रवार काे कुआलालम्पुर के समीप पुत्राजेय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा“ जब तक जाकिर नाईक मलेशिया के लिए कोई समस्या पैदा नहीं कर रहे हैं तब तक उन्हें भारत सरकार को नहीं सौंपा जाएगा। जाकिर नाईक के पास स्थायी नागरिकता का दर्जा है।”
गौरतलब है कि टेलीविजन पर अपने भड़काऊ भाषणाें के लिए विख्यात जाकिर नाईक को बंगलादेश में जुलाई 2016 में एक बेकरी हमले के लिए युवकाें को उकसाने का जिम्मेदार माना गया है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कल कहा था कि जाकिर के प्रत्यपर्ण संबंधी भारत सरकार का आग्रह मलेशिया सरकार के विचाराधीन है।
सूत्रों के मुताबिक जाकिर ने अपने चैनल ‘पीस टीवी’ पर 2016 में जो उपदेश दिए थे उन्हें ढाका में एक जुलाई 2016 को एक बेकरी पर पांच आतंकवादियों के हमले के लिए जिम्मेदार माना गया है। उस हमले में 22 लोगों की मौत हो गई थी।
गौरतलब है कि इसी वर्ष 31 मई को भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मलेशिया की यात्रा पर गए थे और उन्होंने नव निर्वाचित प्रधानमंत्री महातिर मोहम्मद से काफी गर्मजोशी के साथ मुलाकात की थी जिसे लेकर यह माना गया था कि शायद अब जाकिर को भारत लाना संभव हो सकेगा।
जाकिर नाईक ने बुधवार को मीडिया में जारी एक बयान में कहा था“ भारत जाने की मेरी खबरें बेबुनियाद और झूठी हैं और भारत जाने की मेरी कोई योजना नहीं है। वहां मेरे खिलाफ निष्पक्ष कार्रवाई नहीं होगी और जब मैं यह महसूस करूंगा कि वहां की सरकार निष्पक्ष है तो स्वदेश चला जाऊंगा।”
मलेशिया के गृह मंत्रालय ने इससे पहले इन आरोपों का खंड़न किया था कि जाकिर नाईक को विशेष प्रकार की सुविधाएं मिल रही हैं।
मलेेशिया सरकार के सूत्रों ने यह भी बताया है कि गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय पंजीकरण विभाग ने आव्रजन विभाग की आेर से तय मानकों के आधार पर जाकिर नाईक के स्थायी नागरिकता संबंधी आवेदन को मंजूरी दी थी। लेकिन अाज प्रधानमंत्री की तरफ से जो बयान आया है उसे देखकर यही लगता है कि उसे भारत को नहीं सौंपा जाना भारतीय एजेंसियों के लिए एक बड़ा झटका है।
इस बीच भारत सरकार के सूत्रों का कहना है कि अगर कोई भी कानून का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ वहां के कानूनों के तहत ही कार्रवाई की जाएगी और इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि वह कौन है।
भारत के केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री हंसराज अहीर ने पत्रकारों को बताया“ हो सकता है कि हम उसे अभी भारत लाने में सफल नहीं हाें लेकिन एक दिन हम उसे भारत लाएंगे और उसके खिलाफ कानूनन कार्रवाई की जाएगी।”
जितेन्द्र
वार्ता