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अग्निहोत्री ने चुनाव लड़ने की अटकलों पर लगाया विराम

ऊना, 25 अप्रैल (वार्ता) हिमाचल प्रदेश में दो लोकसभा सीटों के साथ छह विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर कांग्रेस में प्रत्याशियों के चयन पर कशमकश चल रही है। इसी बीच प्रदेश के दिग्गज कांग्रेसी नेता और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का नाम भी हमीरपुर संसदीय क्षेत्र से अनुराग ठाकुर के मुकाबले काफी ट्रेंड कर रहा था। यहां तक कि उन्हें कई सर्वेक्षण में टॉप कंटेंडर भी बताया गया। लेकिन वीरवार को उपमुख्यमंत्री ने सीधे और स्पष्ट शब्दों में ऐसा कोई भी प्रस्ताव होने से इनकार किया है।
इससे पहले उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री को भी कांग्रेस हाईकमान द्वारा लोकसभा चुनाव के साथ गगरेट से विधानसभा उपचुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया जा चुका है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि उनके परिवार में हाल ही में एक बड़ा हादसा उनकी धर्मपत्नी के निधन के रूप में हुआ है। उनका परिवार अभी उसी से उबरने का प्रयास कर रहा है। हालांकि उन्होंने कांग्रेस हाईकमान द्वारा उनकी बेटी को चुनाव लड़ने का प्रस्ताव करने पर भी आभार व्यक्त किया। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि यह किसी भी कार्यकर्ता के लिए गौरवपूर्ण क्षण होता है।
उन्होंने लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों को पूरी तरह से विराम दे दिया है। हालांकि कुछ दिन पूर्व उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री भी लोकसभा चुनाव लड़ने की अटकलों को विराम दे चुकी हैं। आज ऊना में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्पष्ट करना चाहते हैं की न तो वह यह चुनाव लड़ रहे हैं और न ही उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री किसी चुनावी मैदान में उतर रही हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कोई दो राय नहीं कि उनकी बेटी आस्था अग्निहोत्री को लोकसभा चुनाव लड़ने के साथ गगरेट विधानसभा क्षेत्र से उपचुनाव लड़ने का भी प्रस्ताव मिला था।
उन्होंने बड़ी विनम्रता के साथ यह चुनाव लड़ने में असमर्थता जता दी थी। श्री अग्निहोत्री ने स्पष्ट किया कि उनको चुनाव लड़ने का कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि हाल ही में उनके धर्मपत्नी का निधन हुआ है जिसके चलते उनके परिवार अभी उस सदमे से उबर भी नहीं पाया है। इन परिस्थितियों में किसी भी प्रकार का चुनाव लड़ने के बारे में न तो वह सोच सकते हैं और न ही उनकी बेटी आस्था।
उप मुख्यमंत्री ने प्रदेश के कुछ पत्रकारों को भी बार-बार लोकसभा चुनाव में उनका नाम घसीटने पर नसीहत दी। उन्होंने कहा कि उनका नाम बार-बार सर्वेक्षण में टॉप पर होने की बात कही जा रही है। उन्होंने कहा कि लगातार पांच चुनाव जीतकर उपमुख्यमंत्री के पद तक पहुंचे हैं और जब भी सर्वे हुआ है, वह हर सर्वे में अव्वल रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी राजनीतिक दल में टिकट का आवंटन उसका हाईकमान करता है, लेकिन कुछ पत्रकार खुद ही टिकट आवंटन करके बैठे हैं। उन्होंने कहा कि इस तरह से झूठ फैलाने पर पत्रकारिता की विश्वसनीयता को भी बट्टा लगता है।
उन्होंने कहा कि एक या दो दिन में प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा, सभी को पता चल जाएगा कि कौन चुनाव लड़ रहा है कौन नहीं। उन्होंने हैरानी जताई कि इस तरह के सर्वे ऐसे के लोगों के पास आसानी से पहुंच जाते हैं, लेकिन जिसके संबंध में सर्वेक्षण हो उसे ही पता नहीं होता।
सं , जांगिड़
वार्ता
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