Monday, May 6 2024 | Time 15:15 Hrs(IST)
image
राज्य » अन्य राज्य


आईआईटी रूड़की ने यूटीपीएल के साथ की साझेदारी

हरिद्वार 24 अप्रैल (वार्ता) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी), रूड़की एवं यूनीवलैब्स टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (यूटीपीएल), भारत ने अनुसंधान निष्कर्षों को वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों में अनुवाद करने के लिए एक प्रौद्योगिकी हस्तांतरण समझौते व एक एमओए पर हस्ताक्षर किए।
यह संबंध आईआईटी रूड़की के शोधकर्ताओं की एक टीम एवं यूनिवलैब्स टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड (यूटीपीएल), भारत के संसाधनों द्वारा विकसित प्रौद्योगिकी के विकास एवं व्यावसायीकरण में सफलता की संभावना को बढ़ाता है। प्रौद्योगिकी का शीर्षक है ‘ए बायोडिग्रेडेबल पोल्यमेरिक कोम्पोसीट विद एञ्ज़्यमेटिक डिग्रेडेशन फॉर यूरेटरल स्टेंट एंड इट्स मेथड्स ऑफ प्रीपेरेशन।’
यह पेटेंट तकनीक यूरेटरल स्टेंट पर आधारित है, इनका उपयोग अक्सर गुर्दे से मूत्राशय तक द्रव जल निकासी को बनाए रखने के लिए किया जाता है जब मूत्रवाहिनी कई नैदानिक कारणों से बाधित होती है, जैसे कि गुर्दे की पथरी, ट्यूमर, रक्त के थक्के और ऑपरेशन के बाद की सूजन और संक्रमण। वर्तमान में उपयोग किए जाने वाले स्टेंट गैर-विनाशकारी होते हैं, उन्हें हटाने के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है और अक्सर दर्द, मूत्र पथ के संक्रमण, स्टेंट माइग्रेशन, टूटने के विखंडन और सबसे महत्वपूर्ण रूप से उन पर अवसादन के कारण होने वाली असुविधा से जुड़े होते हैं, जिसे एन्क्रस्टेशन के रूप में जाना जाता है।उपलब्ध क्लिनिकल स्टेंट सिलिकॉन और पॉलीयूरेथेन पॉलिमर से बने होते हैं।
आईआईटी रुड़की से शोधकर्ताओं की टीम प्रोफेसर देबरुपा लाहिड़ी, प्रोफेसर पार्थ रॉय, सुश्री गुंजन कौशिक और यूनिवर्सिटी लैब्स एवं फोर्टिस, गुड़गांव के डॉ. अनिल मंधानी ने एक आदर्श मूत्रवाहिनी स्टेंट के लिए आवश्यक डिग्रेडेबल प्रोफ़ाइल और यांत्रिक अखंडता के साथ कुल बायोडिग्रेडेबल स्टेंट के लिए सामग्री विकसित की है। जो बायोफिल्म निर्माण और एन्क्रस्टेशन को कम करेगा, यह भी सुनिश्चित करते हुए कि स्टेंट पूरी तरह से गायब हो जाए और उसे हटाने के लिए दूसरी सर्जरी की आवश्यकता न पड़े।
प्रौद्योगिकी के बारे में बोलते हुए यूनीवलैब्स टेक्नोलॉजीज के निदेशक डॉ. अनिल मंधानी ने कहा, “कुल बायोडिग्रेडेबल यूरेटरल स्टेंट का विकास पारंपरिक स्टेंट से जुड़ी कई प्रमुख चुनौतियों का समाधान करता है, जो रोगी को आराम, कम जटिलताओं और बेहतर नैदानिक ​​परिणामों के संदर्भ में महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करता है। उत्कृष्टता पर ध्यान केंद्रित करने और स्वास्थ्य सेवा में बदलाव की प्रतिबद्धता के साथ, आईआईटी रूड़की और यूनीवलैब्स टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड दोनों चिकित्सा विज्ञान तथा रोगी देखभाल की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए तैयार हैं।”
सं.संजय
वार्ता
More News
बंगाल की चार लोकसभा सीटों पर मंगलवार को मतदान की तैयारियां पूरी

बंगाल की चार लोकसभा सीटों पर मंगलवार को मतदान की तैयारियां पूरी

06 May 2024 | 1:16 PM

कोलकाता, 06 मई (वार्ता) पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव में तीसरे चरण में चार सीटों मालदा उत्तर, मालदा दक्षिण, जंगीपुर और मुर्शिदाबाद में मंगलवार को मतदान के लिए तैयारियां पूरी कर ली गयी है।

see more..
'लू की स्थिति से निपटने के लिए मतदाताओं, मतदान कर्मियों के लिए विशेष व्यवस्था'

'लू की स्थिति से निपटने के लिए मतदाताओं, मतदान कर्मियों के लिए विशेष व्यवस्था'

06 May 2024 | 12:31 PM

कोलकाता, 06 मई (वार्ता) चुनाव आयोग ने लू की स्थिति से निपटने के लिए पश्चिम बंगाल की चार लोकसभा सीटों पर तीसरे चरण के मतदान से पहले मतदान अधिकारियों को मतदाताओं की सुविधा के मद्देनजर मतदान केंद्रों पर विशेष रूप से बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों (दृष्टिबाधित, बोलने और सुनने की विकलांगता) के लिए विशेष व्यवस्था किये जाने के निर्देश दिये हैं।

see more..
image