कलबुर्गी 17 अप्रैल (वार्ता) कर्नाटक की हाई प्रोफाइल संसदीय सीट कलबुर्गी (पहले गुलबर्गा) में आसन्न चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के दो दिग्गज नेताओं के बीच सीधी भिड़ंत है।
अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के लिए मशहूर कलबुर्गी में भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में विजयी उम्मीदवार डॉ. उमेश जाधव को इस बार फिर से चुनाव मैदान में उतारा है। डॉ जाधव ने पिछले लोकसभा चुनाव में यहां से वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को पराजित किया था। कांग्रेस ने रणनीतिक कदम उठाते हुए श्री खड़गे के दामाद राधाकृष्ण डोड्डामणि को डॉ जाधव के मुकाबले चुनाव में खड़ा किया है।
ऐतिहासिक रूप से कलबुर्गी भाजपा और कांग्रेस के बीच चुनावी युद्ध का मैदान रहा है। आजादी के बाद लगभग चार दशकों तक इस निर्वाचन क्षेत्र में कांग्रेस का दबदबा रहा, वहीं भाजपा बीच-बीच में जीत हासिल करने में सफल रही। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री धरम सिंह और वीरेंद्र पाटिल जैसे नेता पहले इस निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
कलबुर्गी संसदीय क्षेत्र में करीब 22.59 लाख मतदाता हैं। यहां लिंगायत समुदाय बहुसंख्यक हैं, हालांकि मुस्लिम, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, लम्बानी, कब्बालिगा और कुरुबा जैसे विभिन्न समुदायों के मतदाता भी काफी संख्या में हैं।
कलबुर्गी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में आठ विधानसभा क्षेत्र अफजलपुर, जेवारगी, चित्तपुर, कलबुर्गी दक्षिण, कलबुर्गी उत्तर, कलबुर्गी ग्रामीण, सेदम और गुरुमिटकल शामिल हैं। अनुसूचित जाति आरक्षित इस सीट के लिए 07 मई को चुनाव होंगे।
अशोक.साहू
वार्ता