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गांधी जी के विचारों को बच्चों तक पहुंचाने करें प्रयास: आनंदीबेन

गांधी जी के विचारों को बच्चों तक पहुंचाने करें प्रयास: आनंदीबेन

भोपाल, 24 सितंबर (वार्ता) मध्यप्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन में गांधी जी की 150 वीं जयंती वर्ष के कार्यक्रमों के विषय पर विचार गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी के विचारों और आदर्शों को युवा पीढ़ी को स्मरण कराना आवश्यक है। इसलिए गांधी विचारधारा से जुड़ी संस्थाओं और व्यक्तियों का कर्तव्य है कि वे अपनी गतिविधियों को जारी रखते हुए गांधी जी के आदर्शों और विचारों को बच्चों तक पहुंचाने का प्रयास करें।

श्रीमती पटेल ने कहा कि इस विचार गोष्ठी से प्राप्त सुझावों को 2 अक्टूबर से शुरू होने वाले कार्यक्रमों में शामिल किया जायेगा। गोष्ठी में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी, गांधीवादी विचारक, विद्वान, लेखक, पत्रकार और शिक्षक उपस्थित थे। श्रीमती पटेल ने कहा कि सभी लोग लक्ष्य तय कर, गंभीरता से कार्यक्रम आयोजित करें। उन्होंने कहा कि खादी ग्रामोद्योग बोर्ड से गरीबों द्वारा तैयार खादी के कपड़ों सहित घर के उपयोग के सामान में से साल भर एक वस्तु अवश्य खरीदें।

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने युवाओं का आव्हान किया है कि जिस तरह वे अन्य कम्पनियों के ब्रांड देखकर सामान खरीदते हैं, उसी में गांधी जी के 'खादी' ब्रांड को भी शामिल करें। राज्यपाल ने कहा कि हम सब संयुक्त रूप से प्रयास करेंगे, तो गांधी जी की स्वराज की कल्पना पूरी हो सकती है। उन्होंने कहा कि गांधी जी मद्यपान के सख्त खिलाफ थे। इसलिए देश व प्रदेश में नशाबंदी के लिए ठोस प्रयास किये जाना चाहिए।

उन्होंने इसके लिए स्वंयसेवी और समाजसेवी संस्थाओं द्वारा कम से कम एक गांव में निरंतर, गंभीरता और लगन के साथ नशाबंदी का कार्यक्रम वर्ष भर चलाने को कहा। इससे हम बड़ी संख्या में लोगों को नशे से मुक्ति दिला सकते हैं। उन्होंने कहा कि घर में काम करने वाली महिलाओं के परिवार के उत्थान और उनकी पारिवारिक समस्याओं को दूर करने में भी हमें मदद करना चाहिए।

श्रीमती पटेल ने कहा कि नगरीय निकायों के कामगारों के स्वास्थ्य की जांच के लिए शिविर लगाये जायें तथा उनका मुफ्त इलाज करवाया जाये। इस अवसर पर गांधी भवन न्यास के दयाराम नामदेव ने कहा कि संगोष्ठी के आयोजन का उद्देश्य वर्तमान में गिरते हुए मानवीय मूल्यों, बढ़ते प्रदूषण, जल स्तर में कमी, शिक्षा, प्राकृतिक चिकित्सा एवं गुणवत्ता जैसे मुद्दों को गांधी जी के विचारों से जोड़कर कैसे हल निकाला जाये इस पर सुझाव प्राप्त करना है।

बघेल

वार्ता

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