भारतPosted at: Nov 21 2018 6:04PM नवाचार परिषद् से एक हजार संस्थान जुड़े: जावड़ेकर
नयी दिल्ली, 21 नवंबर (वार्ता) देश में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने भारतीय नवाचार परिषद् का गठन किया है जिससे एक हज़ार उच्च शिक्षण संस्थानों को जोड़ा गया है। इससे देश में नवाचार की संस्कृति पैदा होगी।
यह बात आज यहां मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् में आयोजित समारोह में अपने वीडियो सन्देश में कही।
श्री जावेड़कर ने वीडियो सन्देश के जरिए भारतीय नवाचार परिषद् का उद्घाटन करते हुए कहा कि देश में नवाचार एवं शोध कार्यों का विकास इसलिए नहीं हुआ क्योंकि शोध संस्थान अलग स्थापित किये गए और विश्वविद्यालय अलग स्थापित हुए। यह एक बहुत बड़ी गलती उच्च शिक्षा क्षेत्र में हुई।
उन्होंने कहा कि बच्चों का मस्तिष्क बहुत कल्पनाशील होता है और नवाचार में उनकी रुचि होती है, इसलिए हमारी सर कार ने स्कूल स्तर से ही नवाचार को बढ़ावा दिया है और इसके लिए अटल टैंकरिंग लैब खोले गए और अब तक 3000 ऐसे लैब खोले जा चुके हैं।
उन्होंने कहा कि गत चार सालों में मानव संसाधन विकास मंत्रालय में उनका सर्वाधिक मन नवाचार योजनाओं में ही लगा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी नवाचार पर हमेशा बल दिया है।
श्री जावडेकर ने कहा कि उनकी सरकार नवाचार की संस्कृति विकसित करने का काम कर रही है और इसके लिए माहौल बना रही है। पिछले कुछ वर्षों से यह माहौल बनने के कारण ही आज सोलह सौ संस्थानों ने नवाचार करने के लिए आवेदन किया और उनमे से एक हज़ार सात संस्थाओं का चयन किया गया है। उन्होंने कहा कि अब उच्च संस्थानों की रैंकिंग को भी नवाचार से जोड़ दिया गया है। इसका मतलब यह है कि जो उच्च संस्थान नवाचार का काम करेंगे उन्हें और बेहतर रैंकिंग मिलेगी।
इस अवसर पर अखिल भारतीय तकनीकी परिषद् के अध्यक्ष डॉ अनिल सहस्त्रबुद्धे और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।
अरविन्द.श्रवण
वार्ता