नयी दिल्ली 21 अक्टूबर (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुलिस और अर्धसैनिक बलों के सेवाभाव, समर्पण, अदम्य साहस, सर्वोच्च बलिदान और शौर्य को नहीं भूलने का आह्वान करते हुए रविवार को कहा कि राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
श्री मोदी ने यहां राष्ट्रीय पुलिस दिवस के अवसर पर ‘राष्ट्रीय पुलिस स्मारक’ को राष्ट्र को समर्पित करते हुए कहा कि पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों के अनवरत कर्तव्य पालन, सतर्कता और समर्पण के कारण देश में शांति की स्थापना हो रही है। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद में कमी, नक्सल प्रभावित जिलों की संख्या में कमी तथा पूर्वोत्तर क्षेत्र में हिंसा में कमी लाने में सुरक्षा बलों के जवानों का योगदान है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्ट्र निर्माण में खाकी वर्दी पहने वाले जवानों के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। जवानों के कर्तव्य पालन और सेवा भाव का स्मरण करते हुए प्रधानमंत्री भावुक हो गये और कहा कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और राज्य आपदा मोचन बल के जवान तूफान में फंसे , बाढ से घिरे और गिरे हुए भवनों के मलबे में दबे लोगों की मदद के लिये अपने प्राणों की बाजी लगा देते हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों को यह मालूम भी नहीं है कि ये भी खाकी वर्दी के जवान है।
श्री मोदी ने आपदा प्रबंधन, राहत एवं बचाव कार्य के दाैरान बेहतर कार्य करने वाले पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों के लिये ‘नेताजी सुभाष चंद्र बोस’ के नाम पर एक राष्ट्रीय सम्मान देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यह सम्मान प्रतिवर्ष प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान आपदा के समय जवानों के साहस, सेवाभाव और समर्पण का प्रदर्शन करने के लिये होगा।
सत्या जितेन्द्र
जारी वार्ता