नयी दिल्ली 25 अप्रैल (वार्ता) कांग्रेस ने गुरुवार को आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण के रुझानों से परेशान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सबसे पुरानी पार्टी के ‘न्याय पत्र’ को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे हैं।
कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी एवं राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, “चुनाव हारने के डर से श्री मोदी हमारे ‘न्याय पत्र’ को सांप्रदायिक रंग देने की कोशिश कर रहे थे। मैं स्पष्ट कर दूं कि कांग्रेस पार्टी के घोषणापत्र में विरासत कर या धन पुनर्वितरण नाम की कोई बात नहीं है। मैं प्रधानमंत्री को चुनौती देता हूं कि वे बताएं कि हमारे ‘न्याय पत्र’ में इसका उल्लेख कहां किया गया है। यह हमारा एजेंडा नहीं है। हकीकत तो यह है कि 1985 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने विरासत कर खत्म कर दिया था। वर्ष 2014-19 के बीच कई भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने इसकी वकालत की थी और आज प्रधानमंत्री हम पर ही आरोप लगा रहे हैं।”
श्री रमेश ने जोर दिया कि 'पहले चरण’ के चुनाव के रुझानों से साफ है कि भाजपा के प्रदर्शन में भारी गिरावट आने वाली है। कहीं पार्टी आधी, तो कहीं पूरी तरह ख़त्म हो जायेगी। हार के डर से श्री मोदी ने चुनाव का एजेंडा भटका दिया है और '400 पार' और 'मोदी की गारंटी' का नारा लगाना भी बंद कर दिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ और ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान लोगों की आवाज सुनने के बाद ‘न्याय पत्र’ तैयार किया है। पिछले 10 वर्षों में श्री मोदी की नीतियों के कारण देश में बेरोजगारी बढ़ी है औ महंगाई पर कोई नियंत्रण नहीं है तथा समाज में आर्थिक असमानता भी बढ़ी है।
उन्होंने कहा, “अपनी 'पांच न्याय 25 गारंटी' के साथ हम यह लोकसभा चुनाव लड़ रहे हैं और 04 जून को हमें पूर्ण बहुमत मिलेगा तथा सरकार बनायेंगे।” प्रधानमंत्री के उस बयान पर जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस के न्याय पत्र का उल्लेख करने से प्रचार तो हुआ, लेकिन नकारात्मक। कांग्रेस नेता ने कहा, “श्री मोदी हमें उस पिच पर ले जाना चाहते हैं जहां वह चाहते हैं कि हम खेलें, लेकिन हम अपनी पिच पर खेलेंगे जहां सभी के लिए न्याय हो और आर्थिक एवं सामाजिक समानता हो।” उन्होंने दावा किया कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के आंकड़ों से भी पता चला है कि लोगों ने अपना सोना गिरवी रखकर बैंकों से एक लाख करोड़ रुपये का कर्ज लिया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा 'सत्यमेव जयते' में विश्वास करती है जबकि मोदी नीत भाजपा 'असत्यमेव जयते' पर यकीन करती है।
अशोक, उप्रेती
वार्ता