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बंगाल के तीन लोस सीटों पर मतदान की तैयारी पूरी

कोलकाता, 18 अप्रैल (वार्ता) पश्चिम बंगाल में लोक सभा चुनावों के पहले दौर के मतदान के लिए हजारों मतदान कर्मी गुरुवार को अपने-अपने मतदान केंद्रों पर ईवीएम सहित सभी आवश्यक उपकरण लेकर रवाना हो गए।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य के उत्तरी हिस्से में कूच बिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी में बारिश हुई है।
इस बीच, केंद्रीय सशस्त्र बल और राज्य पुलिस के जवान पहले से ही तीनों लोकसभा क्षेत्रों में तैनात हैं और आदर्श आचार संहिता बनाए रखने के लिए क्षेत्र में निगरानी शुरू कर दी है।
लगभग 5814 मतदान केंद्रों पर 46 लाख से अधिक मतदाताओं के मताधिकार का प्रयोग करने की उम्मीद है। इन क्षेत्रों में लगभग 30 उम्मीदवार चुनाव में अपना भाग्य आजमा रहे हैं। मुकाबला हालांकि बहुकोणीय माना जा रहा है, लेकिन असली लड़ाई राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्य विपक्षी पार्टी भारतीय जनता पार्टी के बीच केंद्रित है। वाम मोर्चा और कांग्रेस भी किस्मत आजमा रही है, हालांकि अधिकांश उम्मीदवार निर्दलीय हैं।
कूच बिहार सीट पर भाजपा उम्मीदवार एवं केंद्रीय मंत्री निशिथ प्रमाणिक और तृणमूल के जगदीश चंद्र बर्मा बसुनिया के बीच, अलीपुरद्वार में मोनोज तिग्गा (भाजपा) और तृणमूल के प्रकाश चिक बड़ाईक के बीच और जलपाईगुड़ी में भाजपा के जयंत कुमार रॉय और सत्तारूढ़ दल तृणमूल के निर्मल चंद्र रॉय के बीच मुकाबला होने की उम्मीद है।
कांग्रेस ने कूचबिहार में रिया रॉय चौधरी को, अलीपुरद्वार में आरएसपी ने मिल्ली ओरांव को और जलपाईगुड़ी में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) देबराज बर्मन को मैदान में उतारा है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2019 में भाजपा ने तीनों सीटों पर जीत हासिल की थी। इस बार भाजपा ने हालांकि अलीपुद्वार के मौजूदा सांसद को हटाकर चिकित्सक मोनोज तिग्गा को मैदान में उतारा है। कूचबिहार में लगभग 18,14,200 मतदाताओं द्वारा लगभग 2043 बूथों पर ईवीएम पर बटन दबाने की उम्मीद है। इनमें से 196 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं। अलीपुरद्वार में लगभग 14,70,911 मतदाता लगभग 1867 मतदान केंद्रों पर अपने अधिकार का प्रयोग करेंगे, इनमें से 159 मतदान केंद्र संवेदनशील हैं। वहीं जलपाईगुड़ी में 13, 51,469 मतदाता 1904 बूथों पर मतदान करेंगे, जिनमें से 391 को संवेदनशील के रूप में पहचाना गया है।
शुक्रवार को सुबह सात बजे से शुरू होने वाले मतदान को स्वतंत्र और शांतिपूर्ण तरीके से सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय सशस्त्र बलों की लगभग 254 कंपनियां और लगभग 10,000 राज्य पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। चुनाव आयोग (ईसीआई) ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को कूच बिहार का दौरा नहीं करने का सुझा दिया था, क्योंकि उत्तरी जिले की उनकी यात्रा से 19 अप्रैल को पहले चरण के मतदान के लिए आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन हो सकता है। श्री बोस ने मतदान के दिन संवेदनशील सीमावर्ती जिले की यात्रा करने की योजना बनाई थी क्योंकि जिले में व्यापक हिंसा की घटना घटित हुयी हैं, जिसमें सीतलकुची में ईवीएम की लूट को रोकने के लिए सशस्त्र केंद्रीय बलों द्वारा की गई गोलीबारी में चार लोग मारे गए थे।
संतोष.संजय
वार्ता
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