कोलकाता, 23 अप्रैल (वार्ता) पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता को हुगली नदी के दूसरे हिस्से हावड़ा से जोड़ने वाली वाणिज्यिक परिचालन 15 मार्च को शुरू होने के बाद से 17 दिनों में ही करीब 4.5 लाख यात्रियों ने ग्रीन लाइन से यात्रा की।
कोलकाता मेट्रो रेलवे के एक सूत्र ने मंगलवार यह जानकारी दी।
महाकरण (राइटर्स बिल्डिंग, पूर्व में राज्य सचिवालय) मेट्रो रेलवे के प्रवक्ता कौशिक मित्रा ने बताया कि छह मार्च को मेट्रो कर्मियों और विद्यार्थियों के साथ पहली यात्रा की। इससे कवि सुभाष, कालीघाट, दम दम और दक्षिणेश्वर के यात्री अब हावड़ा, हावड़ा मैदान जैसे स्थानों तक पहुंचने के लिए आसानी से ग्रीन लाइन 2 सेवाओं का लाभ उठा रहे हैं। इस इंटरचेंज को सुचारू और अधिक लचीला बनाने के लिए, ओल्ड एस्प्लेनेड स्टेशन (ब्लू लाइन) और न्यू एस्प्लेनेड स्टेशन (ग्रीन लाइन 2) के बीच यात्रियों के निरंतर आदान-प्रदान को सुनिश्चित करने के लिए एस्प्लेनेड मेट्रो स्टेशन पर कतार प्रबंधक स्थापित किए गए हैं।
इस बीच, जोका-एस्प्लेनेड मेट्रो कॉरिडोर (पर्पल लाइन) के भूमिगत मोमिनपुर-एस्प्लेनेड खंड का निर्माण कार्य जारी है।
मित्रा ने कहा कि इस खंड के निर्माण और सुरंगों को खोदने के लिए एक टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम) का उपयोग किया जाएगा। किद्दरपोर से विक्टोरिया स्टेशन तक के पहले हिस्से में सुरंग बनाने के लिए, टीबीएम खिद्दरपोर में सेंट थॉमस स्कूल के परिसर के अंदर से काम करना शुरू करेगी। इसके लिए एक लॉन्चिंग शाफ्ट की आवश्यकता है जिसका निर्माण कार्य इस समय सेंट थॉमस स्कूल में जारी है। यह काम पूरा होते ही टीबीएम भूमिगत सुरंग खोदने का काम शुरू कर देगी।
उन्होंने बताया कि निष्पादन एजेंसी रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) को विक्टोरिया स्टेशन की साइट पर 28 पेड़ों के बदले जोका मेट्रो रेलवे डिपो में 145 नए पेड़ लगाने के लिए पश्चिम बंगाल वन विभाग से पहले ही मंजूरी प्रमाण पत्र मिल चुका है।
श्रद्धा अशोक
वार्ता