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बिहार: 48.23 प्रतिशत मतदाताओं ने 38 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में किया लॉक

बिहार: 48.23 प्रतिशत मतदाताओं ने 38 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला ईवीएम में किया लॉक

पटना 19 अप्रैल (वार्ता) बिहार में प्रथम चरण की चार लोकसभा सीट गया (सु), औरंगाबाद, नवादा और जमुई (सु) में शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुए मतदान में लगभग 48.23 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट कर पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी समेत 38 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला आज इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में लॉक कर दिया।

बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) एच. आर. श्रीनिवासन ने शुक्रवार को इन संसदीय क्षेत्रों में मतदान की समाप्ति के बाद यहां आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बताया कि गया (सु), औरंगाबाद, नवादा और जमुई (सु) के 3963223 पुरुष, 3638151 महिला और 255 ट्रांसजेंडर समेत कुल 76,01,629 मतदाताओं में से लगभग 48.23 प्रतिशत ने कुल 7903 मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वहीं, वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इन चार संसदीय क्षेत्रों में 53.47 प्रतिशत मतदान हुआ था, जो इस बार के चुनाव से 5.24 प्रतिशत अधिक था । इस चुनाव में सेवा निर्वाचकों की कुल संख्या 16,415 रही, जिसमें 15,576 पुरुष और 839 महिला शामिल हैं।

श्री श्रीनिवासन ने बताया कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में 53.63 प्रतिशत मतदान हुआ, जो इस बार के चुनाव में 3.63 प्रतिशत कम होकर 50 प्रतिशत रहा। इसी तरह गया में मतदान प्रतिशत 56.16 से 4.16 प्रतिशत घटकर 52, नवादा में 49.33 से 7.83 प्रतिशत कम होकर 41.50 और जमुई में 55.21 से 5.21 प्रतिशत घटकर 50 प्रतिशत पर आ गया है। उन्होंने बताया कि इन चार संसदीय क्षेत्रों में से नवादा में मतदान प्रतिशत में सबसे अधिक गिरावट आई है।

सीईओ ने बड़े पैमाने पर मतदाता जागरूकता अभियान चलाये जाने के बावजूद मतदान प्रतिशत में गिरावट आने के बारे में पूछे जाने पर बताया कि भीषण गर्मी और लू एक बड़ा कारण हो सकता है। उन्होंने बताया कि विकास के अलग-अलग मुद्दों को लेकर औरंगाबाद और नवादा संसदीय क्षेत्र में कुल छह बूथ पर मतदान का बहिष्कार हुआ है। वरीय पदाधिकारियों के समझाने के बावजूद मतदाता ने अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं किया। बहिष्कार वाले मतदान केंद्रों में औरंगाबाद के औरंगाबाद विधानसभा क्षेत्र के बूथ 97, गुरुआ के 65 और टिकारी के 42 एवं 43 तथा नवादा के बरबीघा विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 08 और गोविन्दपुर के 137 शामिल हैं।

श्री श्रीनिवासन ने बताया कि प्रथम चरण में कुल 38 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा, जिनमें 35 पुरुष और तीन महिला उम्मीदवार शामिल हैं। उन्होंने बताया कि कई बूथ पर सुरक्षाबलों द्वारा मीडियाकर्मियों को 200 मीटर के दायरे से भी अधिक दूर रखने के मामले में ज़िलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को संयुक्त रूप से जांच कराने के आदेश दे दिये गये है।

सीईओ ने बताया कि शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्न कराने के लिए अर्धसैनिक बलों की 153 कंपनियां तैनात की गई थी। नक्सल प्रभावित इलाके औरंगाबाद के 10, गया के 16, जमुई के 28 और नवादा लोकसभा सीट के एक बूथ पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था की गयी। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में निगरानी की व्यवस्था को सुदृढ़ करने एवं मतदाताओं में विश्वास जागृत करने के उद्देश्य से इन क्षेत्रों की निगरानी एक हेलीकॉप्टर द्वारा करायी गयी। इसके अलावा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एक एयर एंबुलेंस की भी व्यवस्था की गयी।

श्री श्रीनिवासन ने बताया कि इस चरण के चुनाव में रिज़र्व सहित कुल 9,549 कंट्रोल यूनिट, 9,531 बैलेट यूनिट तथा 10,218 वीवीपैट का इस्तेमाल हुआ, जिनमें से 34 कंट्रोल यूनिट, 31 बैलेट यूनिट तथा 152 वीवीपैट मॉकपोल के दौरान बदले गये हैं। 22 कंट्रोल यूनिट, 22 बैलेट यूनिट तथा 185 वीवीपैट मॉकपोल के बाद बदले गये हैं। उन्होंने बताया कि इस चरण के चुनाव में चार सामान्य प्रेक्षक, उम्मीदवारों के खर्च की निगरानी करने के लिए चार प्रेक्षक, दो पुलिस प्रेक्षक और 1557 माइक्रो प्रेक्षक लगाए गए।

सीईओ ने बताया कि इस चुनाव में 12 मॉडल मतदान केन्द्र, पूर्णरूपेण महिलाओं द्वारा संचालित 18 मतदान केन्द्र और पीडब्ल्यूडी द्वारा संचालित 15 मतदान केन्द्र बनाए गए। इसके अलावा 3898 मतदान केन्द्रों से लाईव वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई। उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के 4 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में 71,91,160 रुपये नकद तथा उत्पाद विभाग एवं पुलिस विभाग द्वारा लगभग एक करोड़ 96 लाख 70 हजार 170 रुपये मूल्य की कुल 1,12,126 लीटर शराब जब्त की गई। साथ ही मतदान के दौरान कुल 53 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनका ससमय समाधान कर दिया गया।

इस मौके पर अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के लिए छह ज़िलों के इन चार लोकसभा क्षेत्र में लगभग 40 हजार सुरक्षा बलों एवं 15 हजार गृहरक्षक बल की प्रतिनियुक्ति की गयी थी। उन्होंने बताया कि निरोधात्मक कार्रवाई के तहत कुल 24094 बंध-पत्र लिए गए। इनमें से औरंगाबाद में 5275, गया में 3784, नवादा में 10172, जमुई में 2147, मुंगेर में 1451 और शेखपुरा 1265 शामिल हैं।

श्री गंगवार ने बताया कि इस वर्ष 16 मार्च से 18 अप्रैल तक कुल 50 अवैध हथियार और 29524.98 ग्राम अवैध मादक पदार्थ बरामद किए गए। इस दौरान आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के 38 मामले दर्ज किए गए। इनमें से औरंगाबाद और गया में पांच-पांच, जमुई और मुंगेर में चार-चार, नवादा में 13 और शेखपुरा में सात शामिल हैं।

अपर पुलिस महानिदेशक ने बताया कि सोशल मीडिया के माध्यम से फेक न्यूज एवं अफवाह फैलाने वालों पर भी सतत निगरानी रखी गयी। बिहार पुलिस के सोशल मीडिया हैण्डल से लगातार अफवाह एवं फेक न्यूज का खण्डन किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आज गया जिले में कुल 12 गिरफ़्तारियां की गयी, जिसमें एक गिरफ्तारी काण्ड में तथा 11 निरोधात्मक गिरफ्तारी की गयी। नवादा जिले में 20 गिरफ्तारी के साथ ही 28 मोटरसाइकिल तथा एक कार जप्त की गई। शेखपुरा जिले में चार निरोधात्मक गिरफ्तारी की गयी।

श्री गंगवार ने बताया कि नवादा लोकसभा क्षेत्र के पकड़ीबराँवा थाना क्षेत्र के मतदान केन्द्र संख्या-234 राजोबिगहा गांव से समस्तीपुर जिला पुलिस बल के सिपाही उत्तम कुमार का एसएलआर रायफल गुम होने की सूचना प्राप्त हुयी। इस सम्बन्ध में पकड़ीबराँवा थाना काण्ड संख्या-179/24 दर्ज किया गया है। साथ ही लापरवाही बरतने वाले सम्बन्धित सिपाही को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर दिया गया है। इसके अलावा चुनाव वाले क्षेत्रों से किसी भी अप्रिय एवं हिंसक घटना की सूचना नहीं है।

सूरज शिवा

वार्ता

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