मुंबई, 19 अप्रैल (वार्ता) देश में कोविड-19 महामारी के संक्रमण की दूसरी लहर के दबाव में घरेलू शेयर बाजारों में आज करीब दो प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 882.61 अंक यानी 1.81 प्रतिशत टूटकर 47,949.42 अंक पर बंद हुआ जो एक सप्ताह का निचला स्तर है। इसी प्रकार नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 258.40 अंक यानी 1.77 प्रतिशत की गिरावट के साथ 14,359.45 अंक पर आ गया।
मझौली और छोटी कंपनियों पर भी दबाव रहा। बीएसई का मिडकैप 1.93 प्रतिशत की गिरावट के साथ 19,768.84 अंक पर और स्मॉलकैप 1.64 प्रतिशत टूटकर 20,674.07 अंक पर आ गया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के तकरीबन पौने तीन लाख नये मामले सामने आए हैं। महामारी के लगातार तेजी से फैल रहे संक्रमण के कारण शेयर बाजार में निवेशकों का विश्वास कम हुआ है। इससे गत तीन कारोबारी दिवस की तेजी खोता हुआ शेयर बाजार आज गिरावट में चला गया।
बाजार में शुरू से ही बिकवाली हावी रही। एक समय सेंसेक्स तकरीबन 1,470 अंक टूट गया था। हालांकि विदेशों से मिले सकारात्मक संकेतों के दम पर बाद में इसकी गिरावट कुछ कम हुई।
सेंसेक्स की कंपनियों में पावर ग्रिड ने चार प्रतिशत से ज्यादा का नुकसान उठाया। ओएनजीसी और इंडसइंड बैंक के शेयर भी चार फीसदी के आसपास फिसल गए। कोटक महिंद्रा बैंक, एलएंडटी, बजाज फिनसर्व, एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एनटीपीसी, बजाज ऑटो, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी, अल्ट्राटेक सीमेंट और बजाज फाइनेंस के शेयरों में भी तीन प्रतिशत से अधिक की गिरावट रही। डॉ. रेड्डीज लैब और इन्फोसिस को छोड़कर सेंसेक्स की अन्य 28 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए।
विदेशों में अधिकतर प्रमुख शेयर बाजार हरे निशान में रहे। एशिया में चीन का शंघाई कंपोजिट 1.49 प्रतिशत, हांगकांग का हैंगसेंग 0.47 प्रतिशत और दक्षिण कोरिया का कोस्पी तथा जापान का निक्केई 0.01 प्रतिशत की बढ़त के साथ बंद हुए। यूरोप में शुरुआती कारोबार में ब्रिटेन का एफटीएसई 0.20 फीसदी चढ़ गया जबकि जर्मनी के डैक्स में 0.6 प्रतिशत की गिरावट देखी गई।
अजीत.श्रवण
जारी वार्ता