बिजनेसPosted at: Apr 22 2024 9:27PM रैलिस इंडिया को चौथी तिमाही में 21 करोड़ रु. का घाटा
नयी दिल्ली, 22 अप्रैल (वार्ता) टाटा एंटरप्राइजेज की बीज और कृषि रसायन इकाई रैलिस इंडिया लि को निर्यात बाजार की चुनौतियों तथा इन्वेंट्री नुकसान से 31 मार्च 2024 को समाप्त वित्त वर्ष की चौथी तिमाही में 21 करोड़ रुपये का घाटा हुआ।
कंपनी को तीसरी तिमाही में 24 करोड़ रुपये का और मार्च,2023 की तिमाही में 69 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था। कंपनी के निदेशक मंडल ने तिमाही वित्तीय रिपोर्ट को आडिट समिति की समीक्षा के बाद सोमवार को मंजूरी दी।
कंपनी ने एक विज्ञप्ति में बताया कि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथी में कंपनी की परिचालन आय 436 करोड़ रुपये रही। तीसरी तिमाही में परिचालन आय 598 करोड़ रुपये और वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में 523 करोड़ रुपये थी।
कंपनी को 31 मार्च 2024 को समाप्त पिछले वित्त वर्ष में 2648 रुपये की परिचालन आय के साथ 148 करोड़ रुपये का शुद्ध वार्षिक लाभ हुआ। एक साल पहले परिचालन आय 2967 रुपये पर इससे बेहरत थी। इससे पिछले वित्त वर्ष में परिचालन लाभ 92 करोड़ रुपये था।
परिणामों की घोषणा करते हुए, रैलिस इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ डॉ. ज्ञानेंद्र शुक्ला ने कहा,“वित्त वर्ष 2022-23 के 92 करोड़ रुपये की तुलना में वित्त वर्ष 2023-24 का लाभ 148 करोड़ रुपये है। कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 11 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2648 करोड़ रुपये की परिचालन आय दर्ज की है। निर्यात बाजारों में चुनौतियों और कृषि-रसायनों की कीमत में गिरावट के कारण एक कीमतों की पृष्ठभूमि में यह गिरावट आयी है।” उन्होंने कहा कि कृषि रसायनों के घरेलू व्यवसाय में इकाई अंक की वृद्धि रही जबकि बीज राजस्व में 21 प्रतिशत की की वृद्धि हुई इसमें ‘दिग्गाज़’ और ‘आतिश एक्सप्रेस’नाम में प्रस्तुत कपास के संकर बीजों का अच्छा योगदान रहा।
वर्ष के दौरान निर्यात कारोबार में 35 प्रतिशत की गिरावट रही।
मनोहर.संजय
वार्ता