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लोकरुचि रामलला जन्मोत्सव तीन अंतिम अयोध्या

रामनवमी के दिन श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से रामलला के दर्शन अवधि में भी बदलाव किया गया है। मंगला आरती के बाद ब्रह्म मुहूर्त में प्रात: साढ़े तीन बजे से अभिषेक, श्रृंगार और दर्शन का कार्यक्रम साथ-साथ चलेगा। रामनवमी पर विशेष रूप से भगवान रामलला पर सूर्य की किरणें मध्यान्ह करीब बारह बजे चार-पांच मिनट तक पड़ेगी। इस दिन कुल साढ़े 19 घंटे रामलला का दर्शन होगा। भगवान की श्रृंगार आरती पांच बजे होगी। श्रीरामलला का दर्शन व पूजा विधि यथावत साथ-साथ चलती रहेंगी। भगवान को भोग लगाने के लिये समय-समय पर अल्पकाल को पर्दा रहेगा। रात्रि 11 बजे तक रामलला के दर्शन का क्रम चलेगा। शयन-आरती के बाद प्रसाद मंदिर निकास पर मिलेगा। ट्रस्ट ने श्रद्धालुओं के लिये रामलला के दर्शन मार्ग पर, यात्री सुविधा केन्द्र पर रेल आरक्षण केन्द्र भी स्थापित किया है।
प्रसार भारती द्वारा श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की ओर से श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये इसका सीधा प्रसारण किया जायेगा। सभी श्रद्धालु घर बैठे मोबाइल, टेलीविजन और स्थान-स्थान पर लगी हुई एलईडी स्क्रीन पर देखकर प्रभु श्रीराम की कृपा प्राप्त कर अपना जीवन धन्य करें। श्रीरामजन्मोत्सव के लिये श्रीरामजन्मभूमि मंदिर को भी मनोहारी रूप से सजाया गया है। रात्रि में इसकी शोभा निरखते ही बनती है।
अयोध्या नगर निगम द्वारा सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में जगह-जगह जल प्याऊ की व्यवस्था की गयी है। स्वास्थ्य विभाग ने मेला क्षेत्र में कई मेडिकल कैम्प भी लगाये हैं। नगर निगम अयोध्या नगरी में फागिंग करा रहा है। इसके अलावा साफ-सफाई व्यवस्था को भी दुरुस्त रखा गया है। भीड़-भाड़ वाले संकरे क्षेत्रों में बैरीकेडिंग लगाया गया है। साथ ही साथ पुलिस की भी तैनाती की गयी है। जल-थल और नभ से अयोध्या की निगरानी की जा रही है।
जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरण नैय्यर ने पूरे मेले का कई दिनों से पूरे अयोध्या का निरीक्षण करने के बाद मेले की तैयारियां पूर्ण कर ली हैं। उन्होंने बताया कि मेला क्षेत्र में खोया पाया कैम्प भी लगाया गया है और सभी जगह लाउड स्पीकर के माध्यम से श्रद्धालुओं को बताया भी जा रहा है कि आपको कहां कैसे जाना है। बिछड़े हुए लोगों को मिलाया भी जा रहा है। उन्होंने बताया कि मेले में चप्पे-चप्पे पर भारी पुलिस बल की तैनाती है। बम निरोधक दस्ता, डाग स्कवायड टीम, खुफिया तंत्र पूरे मेला क्षेत्र में सक्रिय कर दिया गया है। बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन, सरयू स्नान घाट समेत अन्य भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में सीसीटीवी व ड्रोन कैमरों द्वारा निगरानी की जा रही है।
रामनवमी मेला क्षेत्र में पैरा मिलेट्री फोर्स समेत एटीएस कमांडो की भी तैनाती है। सरयू घाटों पर मोटर बोट, जल पुलिस, एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, पीएससी व गोताखोरों को भारी संख्या में लगाया गया है। जो किसी भी अनहोनी घटना से तुरन्त निपट सकते हैं। पूरे मेला क्षेत्र में छोटी-बड़ी गाडिय़ों को शहर के बाहर अस्थायी पार्किंग बनाकर रोक दिया गया है। बड़ी गाडिय़ों का रूट डायवर्ट कर बाहर अन्य जिलों के रास्ते से भेजा जा रहा है। मेला कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां पर आला अधिकारी बैठ करके पूरे अयोध्या का जायजा ले सकते हैं।
इस बार श्रीरामजन्मभूमि पर भव्य और दिव्य मंदिर निर्माण में रामलला का प्राण प्रतिष्ठा होने के बाद प्रथम बार जन्मोत्सव अर्थात् रामनवमी का पर्व होने से पिछले दिनों शासन से मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र, पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार, पुलिस महानिरीक्षक प्रवीण कुमार, मण्डलायुक्त गौरव दयाल, जिलाधिकारी नितीश कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजकरण नैय्यर, अयोध्या नगर निगम के नगर आयुक्त, विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष सहित जिला प्रशासन के अधिकारियों ने रामलला के भव्य और नव्य मंदिर का निरीक्षण करते हुए पूरे अयोध्या के श्रद्धालुओं को सुरक्षा मुहैय्या कराने का निर्देश दिया था। इस तरह का अधिकारियों की कई बैठकें भी सम्पन्न हुई थीं।
सं प्रदीप
वार्ता
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