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श्रीनगर में पहले चार घंटे में महज पांच फीसदी मतदान

श्रीनगर,18 अप्रैल (वार्ता) श्रीनगर संसदीय क्षेत्र में बंद आैर अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था के बीच हो रहे मतदान में गुरुवार काे शुरुआती चार घंटे के दौरान कुल 12.95 लाख मतदाताओं में से मात्र पांच प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले।
श्रीनगर सीट मध्य कश्मीर के श्रीनगर, बडगाम और गंदेरबल जिलों में फैला हुआ है। वहां मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मतदाताओं की संख्या काफी कम है। सबसे अधिक मतदान गंदेरबल जिले में दर्ज किया गया है।
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि उधमपुर और श्रीनगर लोक सभा क्षेत्रों में 11 बजे तक 17.8 प्रतिशत मतदान हुआ है। श्रीनगर में केवल पांच फीसदी मतदान हुआ है।
उन्होंने बताया कि गंदेरबल में सबसे अधिक 6.5 प्रतिशत तथा बडगाम में 6.4 प्रतिशत मतदान हुआ। श्रीनगर जिले में सबसे कम 2.3 प्रतिशत मतदान हुआ।
उन्होंने बताया कि उधमपुर संसदीय क्षेत्र के रियासी में 28.8 प्रतिशत, कठुआ में 28.5 प्रतिशत, उधमपुर में 28.7 फीसदी, रामबान में 19.5, डोडा में 28.6 तथा किश्तवार में 23.6 प्रतिशत मतदान हुआ।
बारामूला में पहले चरण के चुनाव में 11 अप्रैल को मतदान समाप्त होने के बाद लौट रहे मतदान कर्मियों के समक्ष प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों पर सुरक्षा बलों की ओर से एक किशोर मारा गया था।
श्रीनगर संसदीय क्षेत्र 12 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं जिनमें नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के शामिल होने के कारण इस सीट पर सबों की निगाहें टिकी हुई हैँ। डा. अब्दुल्ला का पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) और पीपुल्स कांफ्रेंस (पीसी) के साथ त्रिकोणीय लडाई हैं। नेशनल कांफ्रेंस के जम्मू में अपना उम्मीदवार नहीं उतारने के समझौते पर कांग्रेस ने श्रीनगर से डॉ. अब्दुल्ला के खिलाफ अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है।
इस बीच, भारतीय जनता पार्टी ने श्रीनगर में बहुत कम जनाधार होने के बावजूद अपने उम्मीदवार को चुनाव मैदान में उतारा है। दिलचस्प बात यह भी है शिवसेना ने भी अपने उम्मीदवार की घोषणा की है जिसका कोई जनाधार नहीं है।
चुनाव प्रचार के दौरान विभिन्न पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने अभूतपूर्ण सुरक्षा प्रबंधों के बीच चुनावी रैली और सार्वजनिक बैठकों में अच्छी खासी भीड़ को जुटाया है ।
राज्य में विशेष दर्जा के लिए नेकां, पीडीपी और पीसी घाटी की मौजूदा स्थिति के लिए एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं। तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों डॉ. फारुक अब्दुल्ला, उनके बेटे एवं नेकां के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने मतदाताओं का ध्यान अपनी ओर खींचने के लिए प्रतिबंध के बावजूद राजमार्ग पर धरना दिया।
डॉ. अब्दुल्ला के अतिरिक्त चुनावी मैदान में अन्य उम्मीदवारों में पीडीपी के आगा सईद माेहसिन, भाजपा के शेख खादिल जहांगीर, नेशनल पैंथर्स पार्टी के अब्दुल रशीद गनई, जनता दल (यू) के शौकत हुसैन खान, शिव सेना के अब्दुल खलिक लोन, पीपुल्स कांफ्रेंस से इरफान राजा अंसारी, राष्ट्रीय जनक्रांति पार्टी के नजीर अहमद लोन, मानवाधिकार नेशनल पार्टी के नजीर अहमद साेफी के अलावा निर्दलीय उम्मीदवारों में बिलाल सुलतान, सज्जाद अहमद डार और अब्दुल रशीद बांडे शामिल हैं।
अलगाववादी समूहों की ओर से मतदान के बहिष्कार तथा हड़ताल के आह्वान को देखते हुए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किये हैं। मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ जो शाम छह बजे तक जारी रहेगा। यहां सोनावार इलाके के बर्न हाल स्कूल स्थित मतदान केंद्र पर डॉ अब्दुल्ला और उनके परिवार के सदस्यों ने अच्छी खासी संख्या में महिला मतदाताओं की मौजूदगी में अपने वोट भी डाले।
संजय.श्रवण
वार्ता
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