नयी दिल्ली 23 अप्रैल (वार्ता) भारत और ओमान ने समुद्री चुनौतियों से निपटने के लिए एक दूसरे के साथ सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है इससे क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा ढांचे को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
भारतीय तटरक्षक (आईसीजी) और रॉयल ओमान पुलिस तटरक्षक (आरओपीसीजी) के बीच मंगलवार को यहां पांचवीं वार्षिक उच्च-स्तरीय बैठक में यह सहमति बनी। इस बैठक को समुद्री क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय अवैध गतिविधियों से निपटने और क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देने के प्रयासों में मील का पत्थर माना जा रहा है।
रॉयल ओमान पुलिस कोस्ट गार्ड के सहायक कमांडिंग अधिकारी कर्नल अब्दुल अजीज मोहम्मद अली अल जाबरी ने बैठक में अपने देश के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया। यह उच्चस्तरीय चर्चा भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राकेश पाल की अध्यक्षता में हुई।
बैठक में क्षमता निर्माण कार्यक्रम, तटरक्षक बलों के जहाजों की एक दूसरे के यहां यात्रा, सी राइडर कार्यक्रम के कार्यान्वयन, प्रदूषण रिपोर्टिंग केंद्रों और परस्पर सहयोग पर आधारित व्यवस्थाओं के बीच पेशेवर संबंध स्थापित करने के लिए द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया गया। दोनों पक्षों ने समुद्री चुनौतियों से निपटने में आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की, जिससे क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा और सुरक्षा ढांचे को मजबूत किया जा सके।
‘आत्मनिर्भर भारत’ योजना के तहत ओमान के प्रतिनिधिमंडल को भारत की पोत निर्माण क्षमताओं से परिचित कराने के लिए गुरूवार को यहां रॉयल ओमान पुलिस तटरक्षक प्रतिनिधिमंडल और सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर (एसआईडीएम) के प्रतिनिधियों के बीच एक बैठक की भी योजना है।
संजीव, उप्रेती
वार्ता