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हिमाचल के ऊना व हमीरपुर क्षेत्र में 94,264 मतदाता

हिमाचल के ऊना व हमीरपुर क्षेत्र में 94,264 मतदाता

शिमला, 24 मार्च (वार्ता) हिमाचल प्रदेश के संसदीय क्षेत्र हमीरपुर में मतदाता की संख्या की दृष्टि से ऊना व हमीरपुर जिला निर्णायक होंगे। इन जिलों में जिस राजनीतिक दल का दबदबा रहेगा उसकी जीत की राह आसान होगी। संसदीय क्षेत्र के 17 विस क्षेत्रों में से मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के विधानसभा क्षेत्र नादौन में सबसे अधिक मतदाता हैं।

इस क्षेत्र में 94264 मतदाता हैं। यह 17 विधानसभा क्षेत्रों में सर्वाधिक है। सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 74763 मतदाता हैं। इस सीट में बिलासपुर, ऊना और हमीरपुर के 14 विधानसभा क्षेत्रों के साथ कांगड़ा के दो और मंडी का एक विधानसभा क्षेत्र शामिल है। इसमें ऊना जिले में सबसे अधिक 4 लाख 27 हजार 884 जबकि बिलासपुर में 3 लाख 30 हजार 782 मतदाता हैं। हमीरपुर जिले में 4 लाख 13 हजार 883 मतदाता हैं। अन्य तीन विस क्षेत्रों जसवां परागपुर, देहरा और धर्मपुर में 2 लाख 43 हजार 175 मतदाता हैं। ऐसे में हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में जीत की राह हमीरपुर व ऊना जिलों से होकर ही निकलेगी। संसदीय क्षेत्र में कुल 1784 बूथ हैं। नादौन विस क्षेत्र में सबसे अधिक 121 बूथ पर मतदान होगा।

हमीरपुर संसदीय क्षेत्र में कुल मतदाता 14 लाख 15 हजार 724 है। संसदीय क्षेत्र में कुल 23269 सर्विस वोटर भी हैं। - अमरजीत सिंह, निर्वाचन अधिकारी जिला हमीरपुर

वार्ड नंबर पांच गांव कोटला खुर्द निवासी 105 वर्षीय धनति देवी पत्नी भाना राम का कहना है कि उन्होंने तीसरी कक्षा तक शिक्षा ग्रहण की है। उन्होंने मतदान हमेशा अपनी मर्जी के अनुसार ही किया। करीब 50 वर्ष पहले लोग चुनाव प्रचार पैदल या साइकिलों पर भी करते थे। आज युग बदलने के कारण गाड़ियों की लंबी कतारों के साथ चुनाव प्रचार में खर्च करके पैसा बहाया जा रहा है। यदि इतना पैसा लोगों की सुविधाओं में लगे तो देश की और अधिक तरक्की हो सकती है। कोई 105 वर्ष आयु होने के कारण शरीर कमजोर तो जरूर हुआ है, परंतु दिमाग कमजोर नहीं है। मतदाताओं से अपील है कि कभी भी लालच में आकर अपना मत ना बेचें, क्योंकि मत बेचना अपने ईमान और धर्म को बेचने के बराबर होता है।

आगामी लोकसभा चुनावों में प्रदेश के उना 22 विधानसभा क्षेत्रों के मतदाताओं को बच्चे स्नेह निमंत्रण भेजेंगे जहां 2019 के चुनावों में 70 फीसदी से कम मतदान हुआ था।

राज्य निर्वाचन विभाग की ओर से इन 22 विधानसभा क्षेत्रों में ‘22 गोइंग टू 72’ अभियान चलाया जाएगा। इसका उद्देश्य पिछले लोकसभा चुनाव 2019 के मतदान प्रतिशत 72.42 में इस बार वृद्धि करना है। स्नेह निमंत्रण के जरिये कुछ इस तरह ‘भेज रहे हैं स्नेह निमंत्रण मतदाता तुम्हें बुलाने को, सात मार्च को भूल न जाना वोट डालने आने को’ मतदाताओं को वोट डालने के लिए प्रेरित किया जाएगा। मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए अराजनीतिक लोगों को क्षेत्रवार निर्वाचन आइकॉन बनाया जाएगा। इसके अलावा लोकतंत्र के महापर्व में भाग लेने के लिए मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए बूथ जागरूकता क्लबों को सक्रिय किया जाएगा और चुनावी साक्षरता क्लब चुनावी साक्षरता अभियान चलाएंगे। सभी सरकारी कार्यालयों और औद्योगिक संगठनों में मतदाता जागरूकता मंच स्थापित किए जाएंगे। कर्मचारियों से पिछले आम चुनावों में सवैतनिक अवकाश के बावजूद मतदान न करने की वजह भी पूछी जाएगी।

सं.संजय

वार्ता

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