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कश्मीर में छह महीने से भी कम समय में मारे गए 94 आतंकवादी: आईजीपी

कश्मीर में छह महीने से भी कम समय में मारे गए 94 आतंकवादी: आईजीपी

श्रीनगर, 16 जून (वार्ता) कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) विजय कुमार ने मंगलवार को कहा कि घाटी में छह महीने से भी कम समय में अलग-अलग अभियानों में 94 आतंकवादियों के मारे जाने से दक्षिणी कश्मीर में आतंकवाद का लगभग सफाया हो गया है तथा अब उत्तरी कश्मीर पर ध्यान केंद्रित किया जायेगा।

श्री कुमार ने असुरक्षित महसूस कर रहे सरपंचों से अपनी सुरक्षा के लिए पुलिस को सूचित करने की अपील करते हुए कहा कि उन्हें सुरक्षा अवश्य प्रदान की जाएगी। उन्होंने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा, “ इस वर्ष 94 आतंकवादी मारे गये हैं। दक्षिण कश्मीर में शीर्ष कमांडरों सहित अधिकांश आतंकवादियों को मार गिराया गया है और आतंकवाद का लगभग सफाया हो गया है। हमारा ध्यान अब उत्तरी कश्मीर पर होगा।”

उन्होंने कहा कि इस साल अब तक लगभग 25 एके -47 राइफलें बरामद की गई हैं।

दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में आठ जून को आतंकवादियों द्वारा एक कांग्रेस सरपंच अजय पंडिता की हत्या के मामले पर उन्होंने कहा कि चश्मदीदों के मुताबिक इस हमले के पीछे हिजबुल मुजाहिदीन का हाथ था। उन्होंने कहा, “ सरपंच की हत्या में हिजबुल शामिल था.. हिजबुल आतंकवादी उमर इस हमले के पीछे था जाे हाल ही में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया। प्रत्यक्षदर्शियों ने सरपंच पर हमले के पीछै उमर के होने की पुष्टि की है। अब, केवल एक पहलू बचा है ... बैलिस्टिक फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट आनी बाकी है। उन्होंने कहा कि बाकी विवरण रिपोर्ट आने के बाद साझा किया जाएगा।

आईजीपी ने 11 जून को हंदवाड़ा में ‘पाकिस्तान प्रायोजित नार्को-टेरर मॉड्यूल’ के भंडाफोड़ पर कहा कि जांच जारी है तथा इस मामले में कुछ और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद का मुख्य पहलू वित्त पोषण है और इसका एक साधन नार्को-टेरर है। नियंत्रण रेखा के रास्ते पाकिस्तान से मादक पदार्थ लाये जाते हैं। हाल ही में, एक ऐसे ही नार्को-टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ करने में कामयाबी मिली है।

श्री कुमार ने कहा, “अगर जरूरत पड़ी तो हम मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को भी सौंप सकते हैं क्योंकि इसमें पड़ोसी देश पाकिस्तान और दिल्ली, मुंबई और पंजाब जैसे राज्य भी शामिल हैं।”

एक महिला सरपंच को आतंकवादियों द्वारा धमकी दिए जाने के बारे में एक सवाल का जवाब देते हुए आईजीपी ने कहा कि इस घटना के पीछे आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का हाथ था। महिला सरपंच को लश्कर के आतंकवादियों ने अगवा कर लिया था। लश्कर में हाल ही में भर्ती हुए वलीद और एक स्थानीय व्यक्ति ने सरपंच का अपहरण किया था। महिला को आतंकवादियों के चंगुल से छुड़ाकर श्रीनगर ले जाया गया है। उनके साथ उनके सरपंच पति को भी ले जाया गया है। इस सरपंच को आतंकवादियों द्वारा धमकी दिये जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

श्री कुमार ने सरपंचों से अपील की है कि जो लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं और वास्तव में खतरे में हैं, वे सुरक्षा के लिए पुलिस से संपर्क कर सकते हैं। उन्होंने कहा, “हम उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएंगे।”

यामिनी

वार्ता

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