लखनऊ, 03 अगस्त (वार्ता) उत्तर प्रदेश में वर्तमान में सभी तटबंध सुरक्षित है और 15 जिलों के 820 गांव बाढ़ से प्रभावित है।
राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर ने आज यहां संवाददाताओं को बताया प्रदेश के बाढ़ प्रभावित 15 जिलो में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए एनडीआरएफ, एसडीआरएफ तथा पीएसी की 16 टीमें तैनाती की गयी है। उन्होंने बताया कि 1129 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। उन्होंने कहा कि बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण किया जा रहा है और कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है।
उन्होंने बताया कि बाढ़/अतिवृष्टि की आपदा से निपटने के लिए बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा निर्देश जारी किये जा चुके है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिये है कि बाढ़ राहत कार्याें में किसी प्रकार की शिथिलता स्वीकार्य नहीं होगी। वरिष्ठ अधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों की समीक्षा करेंगे।
श्री राजभर ने बताया कि बाढ़ पीड़ित परिवारों को खाद्यान्न किट का वितरण कराया जा रहा है। इस किट में 17 प्रकार की सामग्री जिसमें 10 किलो आटा, 10 किलो चावल, 10 किलो आलू, 05 किलो लाई, 02 किलो भूना चना, 02 किलो अरहर की दाल, 500 ग्रा0 नमक, 250 ग्रा0 हल्दी, 250 ग्रा0 मिर्च, 250 ग्रा0 धनिया, 05 ली0 केरोसिन, 01 पैकेट मोमबत्ती, 01 पैकेट माचिस, 10 पैकेट बिस्कुट, 01 ली0 रिफाइन्ड तेल, 100 टेबलेट क्लोरीन एवं 02 नहाने के साबुन वितरित किये जा रहे है। उन्होंने बताया कि अब तक राहत सामग्री के तहत 9,304 खाद्यान्न किट, 46,058 फूड पैकेट व 66,647 मी0 तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि 188 मेडिकल टीम लगायी गयी है।
उन्होंने बताया कि नेपाल द्वारा 4 लाख 12 हजार क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के कारण घाघरा नदी के जल स्तर में वृद्धि के दृष्टिगत गाेण्डा जिले की तहसील तरबगंज के तहत भिखारीपुर सकरौर तटबंध में कटान की सूचना प्राप्त हुई थी। जिला प्रशासन द्वारा तत्काल कदम उठाते हुए बोल्डर, झांवा, नायलाॅन क्रेट तथा ट्री स्पर से बचाव/मरम्मत कार्य किया गया, जिससे तटबंध को कटने से बचा लिया गया तथा तटबंध सुरक्षित।
त्यागी
जारी वार्ता