नयी दिल्ली, 26 अप्रैल (वार्ता) एशियाई खेलों के स्वर्ण विजेता अमित पंघल और पूजा रानी ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुये बैंकाक में एशियाई मुक्केबाजी प्रतियोगिता के अंतिम दिन शुक्रवार को भारत को दो स्वर्ण पदक दिला दिये।
भारत के छह मुक्केबाज़ इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे थे जिनमें से अमित पंघल ने 52 किग्रा वर्ग में और पूजा ने 51 किग्रा वर्ग में स्वर्ण पदक जीते। सिमरनजीत कौर बाथ को 64 किग्रा, राष्ट्रीय चैंपियन दीपक सिंह को 49 किग्रा और कविंदर सिंह बिष्ट को 56 किग्रा वर्ग के फाइनल में हारकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।
अमित पंघल ने शुक्रवार को कोरिया के इन्कियू किम को 52 किग्रा भार वर्ग के फाइनल में पराजित करने के साथ भारत को एशियन मुक्केबाजी चैंपियनशिप का पहला स्वर्ण पदक दिला दिया।
अमित ने गत वर्ष एशियाई खेलों का स्वर्ण जीता था। भारतीय मुक्केबाज़ ने फाइनल में अपने कोरियाई प्रतिद्वंद्वी को जजों के सर्वसम्मत फैसले से हराया। इस वर्ष यह अमित का लगातार दूसरा स्वर्ण पदक भी है। इससे पहले फरवरी में उन्होंने स्ट्रैंडज़ा मेमोरियल टूर्नामेंट में भी स्वर्ण जीता था। इस वर्ष 49 किग्रा से 52 किग्रा भार वर्ग में शामिल होने के बाद यह उनका पहला अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट भी है।
भारत के पहले स्वर्ण के बाद पूजा रानी ने गजब का प्रदर्शन किया और मौजूदा विश्व चैंपियन वांग लीना को हराकर स्वर्ण पदक जीता। वांग के खिलाफ कोई भी पूजा को अधिक भाव नहीं दे रहा था लेकिन इस भारतीय मुक्केबाज़ ने विश्व चैंपियन का डटकर मुकाबला करते हुये जीत अपने नाम की।
हालांकि राष्ट्रीय चैंपियन दीपक सिंह को अपने 49 किग्रा वर्ग में रजत से संतोष करना पड़ा। उन्हें फाइनल में उज्बेकिस्तान के नोदिरजोन मिर्जाहमेदोव ने हराकर स्वर्ण जीता। सिमरनजीत 64 किग्रा में मौजूदा विश्व चैंपियन दोऊ दान से हारकर रजत पर ठिठक गयी। कविंदर को एशियाई खेलों के चैंपियन उज्बेकिस्तान के मिराजिजबेक मिर्जाखालिलोव ने फाइनल में पराजित किया।
भारत ने अब तक प्रतियोगिता में दो स्वर्ण, चार रजत और सात कांस्य सहित कुल 13 पदक जीत लिये हैं। पुरूष मुक्केबाजों ने एक स्वर्ण, तीन रजत और तीन कांस्य पदक जबकि महिला मुक्केबाजों ने एक स्वर्ण, एक रजत और चार कांस्य पदक जीते हैं।