बांद्राभान (होशंगाबाद), 19 मई (वार्ता) केंद्रीय वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनिल माधव दवे का आज मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले के बांद्राभान तट पर नर्मदा किनारे पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। गुजरात से आए उनके छोटे भाई अभय दवे ने उन्हें मुखाग्नि दी। स्वर्गीय दवे की इच्छानुसार उनके अंतिम संस्कार में गुरुकुल के आचार्यों ने वैदिक मंत्रों का उच्चारण किया। स्वर्गीय दवे को अंतिम विदाई देने के लिए केंद्रीय मंत्री उमा भारती, अनंत कुमार, डॉ हर्षवर्धन, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री रामलाल, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश जोशी, सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, अखिल भारतीय सेवा प्रमुख पराग अभ्यंकर समेत प्रदेश मंत्रिमंडल के कई सदस्य मौजूद रहे। अंतिम संस्कार के बाद आयोजित श्रद्धांजलि सभा में केंद्रीय मंत्री सुश्री भारती ने कहा कि गंगा की सफाई के लिए जो अभियान चलाया जा रहा है, वह श्री दवे से प्रेरणा लेकर चलाया गया। उन्होंने मुझे मध्यप्रदेश में चुनाव लड़वाया, आज मैं जो कुछ हूं, उनकी बदौलत हूं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि श्री दवे नर्मदा सेवक थे। उनकी अंत्येष्टि कर एक चुटकी अस्थि नर्मदा में विसर्जित करेंगे, बाकी का अस्थिकलश यहां से ले जाया जायेगा। केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि कल सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें मोबाइल पर फोन कर कहा कि दवे जी को अस्पताल ले गए हैं और आप तुरंत वहां जाकर व्यवस्था देखिए, लेकिन मैं जब तक वहां पहुंचा, तब तक श्री दवे हमारे बीच नहीं रहे थे। सभा में संघ कार्यकर्ताओं ने सरसंघचालक मोहन भागवत का शोक सन्देश पढ़कर सुनाया। इसके पहले सुबह लगभग सवा छह बजे श्री दवे की अंतिम यात्रा राजधानी भोपाल स्थित उनके निज निवास 'नदी का घर' से निकली। हजारों लोगों ने नम आंखों से उन्हें विदाई दी। श्री दवे की पार्थिव देह कल शाम दिल्ली से विशेष विमान से भोपाल लाकर भाजपा के प्रदेश कार्यालय में लोगों के दर्शनार्थ रखी गई थी। उसके बाद उनका पार्थिव शरीर उनके निवास 'नदी का घर' पर रखा गया, जहां देर रात तक अंतिम दर्शन के लिए आमजन का तांता लगा रहा। श्री दवे का कल सुबह दिल्ली में निधन हो गया था। सं. गरिमा 13.40 वार्ता