मुबंई 09 मार्च (वार्ता) भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सीनियर पुरुष खिलाड़ियों के लिए ‘टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना’ की शुरुआत करने की घोषणा की है।
बीसीसीआई के मानद सचिव जय शाह ने शनिवार को कहा कि योजना का मकसद खिलाड़ियाें को वित्तीय विकास और स्थिरता प्रदान करना है। यह योजना न केवल खिलाड़ियों को खेल के शुद्धतम प्रारूप में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई है, बल्कि क्रिकेट परिदृश्य की उभरती गतिशीलता को भी दर्शाती है, जिससे अन्य प्रारूपों और लीग क्रिकेट में मैच फीस के साथ समानता सुनिश्चित होती है।
योजना के तहत उन खिलाड़ियों को प्रत्येक मैच 45 लाख रुपये का प्रोत्साहन दिया जायेगा जो हर सत्र में निर्धारित 75 प्रतिशत या इससे ज्यादा मैच खेलते हैं। एक टेस्ट खिलाड़ी जो एक सत्र में लगभग 10 टेस्ट मैच में हिस्सा लेता है, उसे बतौर प्रोत्साहन 4.50 करोड़ रुपये की मोटी धनराशि मिलेगी जो उसकी संभावित 1.5 करोड़ रुपये की मैच फीस (प्रत्येक मैच 15 लाख रुपये) से इतर होगी। इसके साथ ही शीर्ष क्रिकेटरों को सालाना केंद्रीय अनुबंध के अंतर्गत ‘रिटेनर फीस’ भी मिलेगी।
बीसीसीआई अध्यक्ष, रोजर बिन्नी ने कहा “हम अपने वरिष्ठ पुरुष क्रिकेटरों की भलाई और प्रोत्साहन के प्रति हमारे समर्पण की पुष्टि करते हुए, 'टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना' शुरू करके रोमांचित हैं। यह पहल टेस्ट क्रिकेट को खेल के शिखर के रूप में बढ़ावा देने के हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है।
शाह ने कहा “टेस्ट क्रिकेट प्रोत्साहन योजना’ टेस्ट क्रिकेट के महत्व को स्वीकार करने के लिए एक प्रगतिशील कदम है। यह अग्रणी पहल हमारी व्यापक दृष्टि के साथ जटिल रूप से जुड़ी हुई है, जो खेल के निर्विवाद शिखर के रूप में टेस्ट क्रिकेट को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। जैसे-जैसे हम इस यात्रा पर आगे बढ़ रहे हैं, हम न केवल अपने खिलाड़ियों के अमूल्य योगदान को पहचान रहे हैं बल्कि एक ऐसे वातावरण को भी बढ़ावा दे रहे हैं जो खेल के पारंपरिक प्रारूप के सार को महत्व देता है और प्राथमिकता देता है। यह योजना हमारे क्रिकेटरों को खेल के लंबे प्रारूप में अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देने के लिए प्रेरित करने के लिए बनाई गई है। यह टेस्ट क्रिकेट के सामने आने वाली अनोखी चुनौतियों और मांगों की मान्यता है और इस पहल के माध्यम से, हम न केवल उत्कृष्टता को पुरस्कृत करना चाहते हैं बल्कि खेल के शुद्धतम रूप के लिए एक नए जुनून को भी विकसित करना चाहते हैं।”
प्रदीप
वार्ता