पटना 27 सितंबर (वार्ता) केंद्र के तीन नए कृषि सुधार कानून के विरोध में सोमवार को भारत बंद का बिहार में मिला-जुला असर रहा ।
किसान संगठनों के आह्वान पर भारत बंद का बिहार में महागठबंधन समेत सभी विपक्षी दलों ने समर्थन किया। बंद को सफल बनाने के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद), कांग्रेस, वामदलों और जन अधिकार पार्टी (जाप) के नेता और कार्यकर्ता सुबह से ही सड़कों पर उतर आए । बंद समर्थकों ने राजधानी पटना समेत राज्य के अन्य हिस्सों में सड़क और रेल यातायात को बाधित कर दिया । हाजीपुर में राजद के कार्यकर्ताओं ने महात्मा गांधी सेतु को कई घंटे तक जाम कर दिया ।
राजधानी पटना में बंद समर्थकों ने डाकबंगला चौराहा और अशोक राजपथ को करीब तीन घंटे तक जाम रखा । इस दौरान राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव, पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी और श्याम रजक मौजूद थे लेकिन प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव और उनके बड़े भाई पूर्व मंत्री तेजप्रताप यादव कहीं नजर नहीं आए । बंद समर्थकों ने डाक बंगला चौराहे पर केंद्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए और तीनों कृषि कानून को वापस लेने की मांग की ।
शिवा सूरज
वार्ता