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लाॅकडाउन के बाद बिहार की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर : सुशील

लाॅकडाउन के बाद बिहार की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर : सुशील

पटना 10 जून (वार्ता) बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी की रोकथाम के लिए दो महीने से अधिक समय तक लागू लॉकडाउन के बाद राज्य की अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर आने लगी है।

श्री मोदी ने बुधवार को यहां बताया कि दो महीने से ज्यादा के लाॅकडाउन के बाद अब अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे पटरी पर आने लगी है। अप्रैल में प्रतिदिन औसतन 135.80 करोड़ रुपये का, मई में इससे दोगुना से ज्यादा 310.63 करोड़ रुपये का तो जून के मात्र नौ दिनों में 427.69 करोड़ रुपये का माल बाहर से बिहार में बिकने के लिए आया। इसी तरह कर संग्रह में भी अप्रैल की तुलना में मई में तीन गुना से ज्यादा की वृद्धि हुई है।

उप मुख्यमंत्री ने बताया कि अप्रैल में बाहर से 4074 करोड़ रुपये का माल बिकने के लिए आया, जिनमें मुख्य रूप से खाद्य सामग्री, दवा, चिकित्सा उपकरण एवं उर्वरक थे तो मई में इसके दुगुने से अधिक 9630 करोड़ रुपये का माल आया, जिनमें 6568 करोड़ रुपये के लौह एवं इस्पात, इलेक्ट्रिकल सामान, सीमेंट, कपड़ा और वाहन शामिल थे। इस क्षेत्र को राज्य में निर्माण कार्य शुरू होने का लाभ मिला।

श्री मोदी ने बताया कि अप्रैल 2019 की तुलना में इस वर्ष अप्रैल में कर संग्रह में 81.61 प्रतिशत की कमी आई वहीं मई में काफी सुधार के साथ यह कमी मात्र 42.14 प्रतिशत की रही। अप्रैल 2020-21 में वाणिज्य कर, परिवहन, निबंधन, खनन और भू-राजस्व से जहां 467.61 करोड़ रुपये का कर संग्रह हुआ वहीं मई में यह करीब तीन गुना बढ़कर 1317.72 करोड़ रुपये रहा।

उप मुख्यमंत्री ने बताया कि अप्रैल में निबंधन से चार करोड़ रुपये तो मई में 60.78 करोड़ रुपये, परिवहन में 31 करोड़ रुपये तो मई में 60 करोड़ रुपये तथा वाणिजय कर में 256.21 करोड़ रुपये की जगह मई में 693.90 करोड़ रुपये का संग्रह हुआ है, जो यह दर्शा रहा है कि अब अर्थव्यवस्था गति पकड़ रही है।

सूरज शिवा

वार्ता

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