पटना 02 जुलाई (वार्ता) बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से लागू लाॅकडाउन के बाद अनलाॅक के एक महीने में राज्य में कर संग्रह से लेकर वाहनों की बिक्री तक में भारी उछाल आया है।
श्री मोदी ने गुरुवार को यहां कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से लागू लाॅकडाउन के बाद अनलाॅक के एक महीने में कर संग्रह से लेकर वाहनों की बिक्री तक में भारी उछाल आया है। लाॅकडाउन के दो महीने अप्रैल और मई में जहां राज्य का अपने स्रोतों से कुल राजस्व संग्रह मात्र 1785.33 करोड़ रुपये था वहीं अनलाॅक-1.0 यानी जून में यह बढ़कर 2387.09 करोड़ रुपये हो गया।
श्री मोदी ने बताया कि अनलाॅक का असर वाहनों की बिक्री पर भी साफ दिखा। अप्रैल और मई में जहां 14562 वाहनों की बिक्री हुई वहीं लाॅकडाउन हटने के बाद जून में यह बढ़कर 96302 हो गई। अनलाॅक के दौरान निर्माण सहित अन्य कारोबार शुरू होने की वजह से सामानों की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि हुई। अप्रैल और मई के दो महीने में जहां ई-वे बिल के जरिए बाहर से बिहार में बिकने के लिए 13704 करोड़ रुपये का माल आया वहीं केवल जून में यह बढ़कर 13662 करोड़ रुपये हो गया। इन सामानों में मुख्य रूप से सीमेंट, लोहा, दवा, वाहन, कपड़े एवं बिजली के उपकरण शामिल हैं।
उप मुख्यमंत्री ने बताया कि अनलाॅक के दौरान आर्थिक गतिविधियों में गति आने के कारण अप्रैल-मई में जहां वाणिज्य कर से मात्र 950.11 करोड़ रुपये तो केवल जून में 1217.20 करोड़ रुपये, निबंधन से अप्रैल-मई में 64.78 करोड़ रुपये तो जून में 334.48 करोड़ रुपये, इसी तरह परिवहन से अप्रैल-मई के दो महीने में 91 करोड़ रुपये तो जून में 195 करोड़ रुपये तथा खनन से दो महीने में 113 करोड़ रुपये तो केवल जून में 89 करोड़ रुपये का संग्रह हुआ।
श्री मोदी ने बताया कि पिछले तीन महीने में केंद्र से बिहार को 22227 करोड़ रुपये केन्द्रीय करों में हिस्सा, अनुदान एवं क्षतिपूर्ति के मद में प्राप्त हुआ है। केन्द्रीय करों में हिस्सा के तौर पर 13486 करोड रुपये, केंद्र प्रयोजित योजनाओं के मद में 4437.28 करोड़ रुपये, 15वें वित्त आयोग की अनुशंसा पर आपदा, शहरी और ग्रामीण निकायों के लिए 2464.50 करोड़ रुपये और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) क्षतिपूर्ति के तौर पर 1840.15 करोड़ रुपये मिले हैं।
सूरज शिवा
वार्ता