नयी दिल्ली, 06 सितंबर (वार्ता) भारतीय खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने 2022 राष्ट्रमंडल खेलों से निशानेबाजी को बाहर करने को एकतरफा फैसला बताते हुए कहा कि उन्होंने इस मामले में ब्रिटेन के खेल मंत्री को निजी तौर पर पत्र लिखकर हस्तक्षेप करने की मांग की है।
रिजिजू ने भारतीय निशानेबाजों से शुक्रवार को यहां भारतीय खेल प्राधिकरण मुख्यालय में मुलाकात करने के बाद निशानेबाजी को 2022 राष्ट्रमंडल खेलों से बाहर करने के मुद्दे पर कहा, “हम राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के इस फैसले से पूरी तरह नाखुश हैं। भारत राष्ट्रमंडल का एक महत्वूपर्ण देश है और 2022 में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में शूटिंग को बाहर रखने के फैसले से हम सभी व्यथित हैं। भारतीय ओलंपिक संघ और भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ तथा कई देशों की ओलंपिक समितियों ने इस फैसले पर नाखुशी जतायी है।”
उन्होंने कहा, “मैंने इस बारे में ब्रिटेन के खेल मंत्री को पत्र लिखा है और इस संबंध में निजी तौर पर हस्तक्षेप करने का मांग की है। जब राष्ट्रमंडल खेल महासंघ कार्यकारी समिति ने इस बाबत फैसला लिया तो वहां भारत की तरफ से कोई मौजूद नहीं था जो अपना पक्ष रख सके। मैं समिति से उनके फैसले पर पुनर्विचार करने की मांग करता हूं। हमने इस फैसले पर कड़ा विरोध जताया है।”
खेल मंत्री ने हाल ही में ब्राजील में संपन्न हुए आईएसएसएफ निशानेबाजी विश्वकप में पदक जीतने वाले निशानेबाजों से मुलाकात की। इस कार्यक्रम में अंजुम मुद्गिल, अपूर्वी चंदेला, मनु भाकर, अभिषेक वर्मा, एलावेनिल वलारिवान और यशस्विनी देशवाल सहित अन्य निशानेबाज मौजूद थे। इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ के अध्यक्ष रणइंदर सिंह तथा जूनियर निशानेबाजी कोच जसपाल राणा भी मौजूद थे।
शोभित, राज
जारी वार्ता