गांधीनगर, 20 जनवरी (वार्ता) केंद्रीय कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को कहा कि केंद्र सरकार कपड़ा उद्योग के विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
गुजरात के गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2019 के तीसरे दिन महात्मा मंदिर में टेक्सटाइल कॉन्क्लेव के अंतर्गत ‘एक्सप्लोरिंग ग्रोथ पोटेंशियल इन टेक्सटाइल फॉर बिल्डिंग न्यू इंडिया’ विषय पर आयोजित संगोष्ठी में राज्य के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, श्रीमती ईरानी, गुजरात की महिला एवं बाल विकास मंत्री विभावरीबेन दवे तथा कपड़ा उद्योग की हस्तियों ने गुणवत्ता में सुधार कर रोजगार के अवसरों में वृद्धि करने की विपुल संभावनाओं के बारे में विचार-विमर्श किया। श्रीमती ईरानी ने कपड़ा उद्योग को ज्यादा मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए कदमों का स्वागत करते हुए कहा कि चरखे से शुरू हुआ कपड़ा बुनाई का काम सरकारी प्राेत्साहक नीतियों की मदद से आज विशाल कपड़ा उद्योग में तब्दील हो गया है। उन्होंने कहा कि नयी कपड़ा नीति में करों में कोई वृद्धि नहीं की गयी है।
कपड़ा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 में गुजरात में नौ टेक्सटाइल पार्क थे जिसे बढ़ोतरी कर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17 टेक्सटाइल पार्कों को मंजूरी दी थी जिनमें से छह कार्यरत हो गये हैं। यह सरकार की कपड़ा उद्योग के विकास के प्रति प्रतिबद्धता का परिचायक है।
गुजरात के कच्छ स्थित वेलस्पन ग्रुप के कार्य की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भूकंप ने कच्छ को तबाह कर दिया था लेकिन गुजरातियों का हौसला बरकरार रहा। वेलस्पन ग्रुप आज विंबलडन मैच से लेकर प्रयागराज-कुंभ तक अपने टॉवेल पहुंचाता है। इस क्षेत्र में मैन्युफेक्चरिंग खर्च घटाने, आय तथा निवेश बढ़ाने के लिए सरकार निरंतर प्रयत्नशील है। टेक्नोलॉजी, संस्कार और सभ्यता एक साथ किस प्रकार कार्य करते हैं यह गुजरात ने साबित कर दिखाया है।
श्री रूपाणी ने इस अवसर पर कहा कि कपड़ा क्षेत्र रोजगार प्रदान करने में हमेशा से आगे रहा है। कपड़ा उद्योग के साथ गुजरात बरसों से कार्यरत है। गुजरात टेक्सटाइल का हब है। कपड़ा क्षेत्र में परिधान इंडस्ट्रीज में ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार उपलब्ध हो, इसके लिए राज्य सरकार ने समग्र देश में प्रथम कपड़ा नीति बनाकर अन्य राज्यों के लिए उदाहरण पेश किया है। कपड़ा क्षेत्र को प्रोत्साहन देने के लिए राज्य सरकार ने टेक्सटाइल यूनिट शुरू करने के लिए ऋण पर छह प्रतिशत तक की ब्याज सब्सिडी प्रदान करने का निर्णय लिया है।
पावरलूम यूनिटों को राहत प्रदान करने के लिए वीविंग के लिए तीन और अन्य प्रोसेस के लिए दो रुपये की छूट प्रति बिजली यूनिट दिये जाने की घोषणा करते हुए श्री रूपाणी ने कहा कि कपड़ा उद्योग की हस्तियों के साथ विचार-विमर्श के बाद ही इसे अंतिम रूप दिया गया है। उन्होंने कहा कि वाइब्रेंट समिट के कारण ही अब विदेशी गुजरात में निवेश करने के लिए उत्सुक हुए हैं। गुजरात ने अपनी प्रतिष्ठा को बरकरार रखा है।
श्रीमती विभावरीबेन दवे ने कहा कि अहमदाबाद या सूरत ही नहीं बल्कि पूरे गुजरात के कपड़ा उद्योग का हब बनने की उम्मीद है। आज तीन लाख से ज्यादा महिलाएं इस उद्योग के साथ जुड़ी हुई हैं और इसमें भी बढ़ोतरी करने में नयी नीति प्रभावी साबित होगी।
अनिल, यामिनी
वार्ता