Saturday, Apr 27 2024 | Time 01:39 Hrs(IST)
image
मनोरंजन


आधुनिकता की दौड़ में गुम हो रही छत्तीसगढ़़ी फिल्में

आधुनिकता की दौड़ में गुम हो रही छत्तीसगढ़़ी फिल्में

नयी दिल्ली 20 फरवरी (वार्ता) अलग छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण की परिकल्पना के आकार लेने के पूर्व ही छत्तीसगढ़़ी भाषा में बनी फिल्में काफी मशहूर हुई थी लेकिन मल्टीप्लेक्स के मौजूदा दौर में इनके दर्शकाें की संख्या कम होती जा रही है।

छत्तीसगढ़ी फिल्मों के शुरुआती दौर में लोकप्रियता का आलम यह था कि हॉलीवुड और बॉलीवुड की तर्ज पर छत्तीसगढ़़ी फिल्मों के लिए छॉलीवुड नाम चल पड़ा था। क्षेत्रीयता के दृष्टिकोण से टॉलीवुड कहे जाने वाले दक्षिण भारत की तेलुगू , तमिल या मलयालम भाषा में बनी फिल्में हो या कॉलीवुड के नाम से प्रचलित पश्चिम बंगाल की बंगलाभाषी फिल्मों की तरह छत्तीसगढ़़ी फिल्में अपने इस दौर को कायम नहीं रख सकीं ।

वर्ष 1964 में पहली छत्तीसगढ़़ी फिल्म ' कहि देबे संदेश ' बनी थी । सवर्ण वर्ग की नायिका और अनुसूचित जाति के युवक के प्रेम एवं विवाह के ताने-बाने से बुनी इस फिल्म ने तत्कालीन दौर में काफी लोकप्रियता हासिल की थी , हालांकि इसे समाज के एक धड़े का विरोध भी झेलना पड़ा था । कुछ साल के अंतराल के बाद 1970 में दूसरी छत्तीसगढ़़ी फिल्म 'घरद्वार' रिलीज हुई । पारिवारिक पृष्ठभूमि पर आधारित यह फिल्म भी सफल रही ।

छत्तीसगढ़़ी फिल्मों के इतिहास में सर्वाधिक सफल फिल्म लेखक , निर्देशक सतीश जैन की 'मोर छंईहा भूंईया' रही । इस फिल्म ने बॉलीवुड के राजश्री प्रोडक्शन द्वारा ग्रामीण परिवेश पर बनी फिल्म ' नदिया के पार' का रिकॉर्ड तोड़ते हुए बिलासपुर सहित कई शहरों में सिल्वर जुबली मनायी । छत्तीसगढ़ सरकार ने इसे सर्वश्रेष्ठ फिल्म के पुरस्कार से नवाजा ।

एक नवंबर 2000 को अलग राज्य बनने के बाद क्षेत्रीय फिल्म निर्माताओं में छत्तीसगढ़़ी फिल्मों की पृथक पहचान स्थापित करने की प्रेरणा बलवती हुई । उस समय 'मोर छंईहा भूंईया' फिल्म की सफलता का नशा यहां के फिल्म निर्माताओं और कलाकारों पर छाया हुआ था।

                फिल्मकार प्रेम चंद्राकर ने छत्तीसगढ़़ी फिल्मों के लोकप्रिय अभिनेता अनुज शर्मा और उड़िया फिल्म अभिनेत्री प्रीति मिश्रा को लेकर ' मया देदे मया लेले ' बनायी । फिल्म की शूटिंग पुरी के मनोरम समुद्र तट और छत्तीसगढ़ में भिलाई एवं गरियाबंद जैसे स्थानों पर की गयी। हिन्दी फिल्मों की प्रेम कहानियों की कथावस्तु पर आधारित यह फिल्म अपने गीत-संगीत , हास्य एवं खूबसूरत लोकेशन की बदौलत दर्शकों की भीड़ खींचने में कामयाब रही। फिल्म को सर्वश्रेष्ठ नायिका एवं सर्वश्रेष्ठ हास्य के लिए छत्तीसगढ़ सरकार से अवार्ड भी मिला ।

' मोर छंईहा भूंईया ' और ' मया देदे मया लेले ' की सफलता को देखकर छत्तीसगढ़़ी फिल्में बनाने की होड़ शुरू हो गयी । एक एक करके प्रीत की जंग , तुलसी चौरा , मयारू भौजी , जय महामाया , तोर मया के मारे , लेड़गा नंबर वन , मोर धरती मैय्या और परदेसी के मया जैसी कई फिल्में आयीं। इनमें से एकाध फिल्में ही कुछ स्थानों पर एक माह बमुश्किल चल पायी । कई तो इससे भी कम समय मेें पर्दे से उतर गयीं।

उसके बाद तो छत्तीसगढ़़ी फिल्मों पर फ्लाप का ठप्पा लगना शुरू हो गया । इनकी असफलता के लिए आम मुंबईया फिल्मों की नकल को प्रमुख वजह माना गया। सशक्त पटकथा का अभाव तथा बेसिर-पैर नाच गानों एवं फूहड़ हास्य के मसालों की भरमार भी इनकी असफलता का कारण बना ।

     धड़ाधड़ फिल्मों के फ्लाप होने से इनके निर्माण और निर्देशन से जुड़े लोगों तथा कलाकारों ने फिल्मे बनाने की बजाय ने गीत-संगीत से लबरेज वीडियो एलबम बनाने का रास्ता पकड़ा। यह प्रयोग बहुत हद तक सफल रहा और कई क्षेत्रीय एवं स्थानीय गायक-गायिकाओं ने अपनी अलहदा पहचान बनायी ।

गीतकार प्रसून जोशी ने छत्तीसगढ़ की लोकसंस्कृति को अभिव्यक्त करते हुए “ सास गारी देवे ननद गारी देवे ,ससुराल गेंदा फूल ” गीत लिखा। वर्ष 2009 में अभिषेक बच्चन , सोनम कपूर अभिनीत फिल्म “ दिल्ली 6 ” में इस गीत का फिल्मांकन किया गया , जो काफी लोकप्रिय भी हुआ।

            छत्तीसगढ़़ी फिल्मों के सुपरस्टार एवं पद्मश्री अवार्ड से सम्मानित अनुज शर्मा छत्तीसगढ़़ी फिल्मों की लोकप्रियता में गिरावट के तथ्य को खारिज करते हैं । उन्होंने यूनीवार्ता से बातचीत में कहा कि छत्तीसगढ़़ी फिल्मों को दर्शकों ने हमेशा तरजीह दी है । कुछेक फिल्मों को छोड़कर अच्छी कहानी एवं गीत-संगीत से लबरेज फिल्में दर्शकों की पसंद पर खरी उतरी है। वर्तमान दौर में मनोरंजन के तमाम विकल्पों के परिप्रेक्ष्य में क्षेत्रीय फिल्मों का एक पखवाड़ा या माह भर चल जाना सफलता का पैमाना होता है और छत्तीसगढ़़ी फिल्में इस मापदंड को पूरा करती है ।

अनुज ने छत्तीसगढ़़ी फिल्मों का भविष्य उज्जवल होने का दावा किया और कहा कि इन फिल्मों ने कला के प्रति समर्पित कलाकारों को अपनी कला की अभिव्यक्ति के लिए मंच प्रदान किया है और ऐसे कई कलाकारों ने शख्सियत हासिल की है ।

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में समाज कल्याण विभाग में सेवारत एवं सामाजिक-सांस्कृतिक गतिविधियों में अग्रणी रहने वाली शुभ्रा दुबे का मानना है कि आजकल शहरों में ज्यादातर फिल्में मल्टीप्लेक्स सिनेमाहॉल में प्रदर्शित होती है और यहां बॉलीवुड अथवा हॉलीवुड की हिन्दी में डब फिल्में दिखायी जाती है । दर्शक भी मल्टीप्लेक्स में फिल्म देखना पसंद करते हैं । उन्होंने कहा कि मार्केटिंग के चलते छत्तीसगढ़़ी फिल्मों को मल्टीप्लेक्स सिनेमाहॉल में जगह नहीं मिलती और इन फिल्मों के प्रदर्शन के लिए पुराने सिनेमाघरों का ही विकल्प बचता है । शहरों में ऐसे ज्यादातर सिनेमाघर बंद होकर शापिंग काम्प्लेक्स का आकार ले चुके हैं ।

लोगों का मानना है कि सफलता-असफलता ज्वार-भाटे की मानिंद है । यही तथ्य छत्तीसगढ़़ी फिल्मों पर भी लागू होता है । फिल्मों का हिट होना पटकथा की मौलिकता के साथ सुमधुर गीत-संगीत पर टिका होता है । हिन्दी सहित अन्य भाषाई फिल्मों में भी नकल का प्रतिबिंब दिखायी पड़ता है , तो छत्तीसगढ़़ी फिल्में इस प्रवृत्ति से कैसे विलग हो सकती है । अलबत्ता चुस्त संपादन एवं निर्देशन के जरिये फिल्मी मार्केट के फंडे और फार्मूले का इस्तेमाल करते हुए इसे प्रस्तुत किये जाने में कोई हर्ज नहीं है । दर्शकों की पसन्द का पैमाना आखिर पूर्ण मनोरंजन होता है ।


        

More News
शंकर और जयकिशन के बीच भी हुई थी अनबन

शंकर और जयकिशन के बीच भी हुई थी अनबन

26 Apr 2024 | 11:18 AM

संगीतकार शंकर की पुण्यतिथि 26 अप्रैल के अवसर पर मुंबई, 26 अप्रैल (वार्ता) भारतीय सिनेमा जगत में सर्वाधिक कामयाब संगीतकार जोड़ी शंकर-जयकिशन ने अपने सुरों के जादू से श्रोताओं को कई दशकों तक मंत्रमुग्ध किया और उनकी जोड़ी एक मिसाल के रूप में ली जाती थी, लेकिन एक वक्त ऐसा भी आया, जब दोनों के बीच अनबन हो गई थी।

see more..
दीपक तिजोरी की फिल्म टिप्सी का ट्रेलर रिलीज

दीपक तिजोरी की फिल्म टिप्सी का ट्रेलर रिलीज

26 Apr 2024 | 11:14 AM

मुंबई, 26 अप्रैल (वार्ता) बॉलीवुड अभिनेता-फिल्मकार दीपक तिजोरी की आने वाली फिल्म टिप्सी का ट्रेलर रिलीज हो गया है। फिल्म टिप्सी का निर्माण निर्माण राजू चड्ढा और दीपक तिजोरी ने किया है। 'टिप्सी' का निर्देशन दीपक तिजोरी ने किया है।

see more..
करण जौहर की स्पाई कॉमेडी फिल्म में काम करेंगे आयुष्मान खुराना

करण जौहर की स्पाई कॉमेडी फिल्म में काम करेंगे आयुष्मान खुराना

26 Apr 2024 | 11:11 AM

मुंबई, 26 अप्रैल (वार्ता) बॉलीवुड अभिनेता आयुष्मान खुराना ,निर्माता करण जौहर की स्पाई कॉमेडी फिल्म में काम करते नजर आ सकते हैं। बॉलीवुड में चर्चा है कि आयुष्मान खुराना ने अपनी अगली फिल्म के लिए फिल्मकार करण जौहर से हाथ मिलाया है। यह एक जासूसी कॉमेडी होगी, जिसका निर्देशन आकाश कौशिक करेंगे।

see more..
अपूर्वा बिट के गाना मैनू छड़के का ऑडियो रिलीज

अपूर्वा बिट के गाना मैनू छड़के का ऑडियो रिलीज

25 Apr 2024 | 3:12 PM

मुंबई, 25 अप्रैल (वार्ता) मॉडल-अभिनेत्री अपूर्वा बिट और गायक यश वडाली का ऑडियो मैनू छड़के रिलीज हो गया है। गाना मैनू छड़के स्पूटीफाय सहित तमाम ऑडियो प्लेटफ़ॉर्म पर आज रिलीज कर दिया गया है ,गाने का वीडियो भी जल्द ही रिलीज करने की योजना है।

see more..
image