पटना 19 फरवरी (वार्ता) बॉलीवुड की जानी मानी अभिनेत्री शिल्पा शुक्ला ने बच्चों को देश का भविष्य बताते हुये कहा कि बड़ों को भी उनसे सीखने की जरूरत है। गैर सरकारी संगठन ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन की ओर से आयोजित आठ दिवसीय बोधिसत्व फिल्म महोत्सव 2017 के चौथे दिन ‘चिल्ड्रेन फिल्म एंड देयर इंपैक्ट ऑफ सोसाइटी’ पर आयोजित परिचर्चा को संबोधित करते हुये कहा, “ग्रामीण स्नेह फाउंडेशन की ओर से बच्चों को अपनी बात कहने के लिए जो मंच उपलब्ध कराया गया है, वह तारीफ के काबिल है। बच्चे देश के भविष्य हैं। बच्चों पर आधारित सिनेमा का मतबल बच्चों का सिनेमा नही है। बच्चों को सही मंच देने की जरूरत है।” शिल्पा ने कहा कि आप जिस प्रदेश में रहते हैं उसकी कहानी बच्चों के माध्यम से कही जानी चाहिये। हर बच्चे में काबलियत होती है। उसे सही मंच मिलने का अवसर चाहिये। उन्होंने अपनी फिल्म चक दे इंडिया का उदाहरण देते हुये कहा कि फिल्म में हॉकी टीम में किरदार निभाने वाली दो लड़किया झारखंड से थीं लेकिन जब उन्हें अवसर मिला तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने अपनी पहचान बनायी। जाने माने अभिनेता विनीत कुमार ने कहा, “दुख की बात है कि माता-पिता बच्चों को अपनी जागीर समझते हैं। यह किसी दृष्टिकोण से सही नही है। बच्चे जमीन का भविष्य हैं। जहां तक बच्चों पर आधारित फिल्म बनाने की जरूरत है, उससे पहले बड़ों पर आधारित फिल्म बनानी चाहिये, जिसे बच्चे सीख सकें।”