पटना 07 अक्टूबर (वार्ता) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि वर्षापात से प्रभावित लोगों की सहायता के लिए फसल क्षति का आंकलन जरूरी है।
श्री कुमार ने गुरुवार को किशनगंज, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, सहरसा एवं समस्तीपुर जिले के अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वेक्षण करने के बाद यहां हवाईअड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, “आज हमने किशनगंज, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, सहरसा एवं समस्तीपुर जिले के अतिवृष्टि से प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया है। आज इस संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक भी होगी। जिन जगहों का हमने हवाई सर्वे किया है, उसके अलावा जिन-जिन जगहों पर फसल क्षति हुई है वहां की भी रिपोर्ट मांगी गयी है।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन इलाकों में वर्षापात के कारण फसल को नुकसान पहुंचा है, वैसी सभी जगहों का भी आंकलन जरूरी है ताकि सभी प्रभावित लोगों को सहायता दी जा सके, हमारा यही उद्देश्य है। सरकार का जो नियम है उसके मुताबिक सभी प्रभावित लोगों को सहायता दी जायेगी।
श्री कुमार ने उपचुनाव को लेकर महागठबंधन में टूट के सवाल पर कहा कि इसका विश्लेषण करना मीडिया का काम है।
हवाई सर्वेक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल एवं मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार मौजूद थे।
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