खेलPosted at: Jun 28 2019 9:49PM हरियाणा के खिलाड़ियों के समर्थन में जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन
नयी दिल्ली, 28 जून (वार्ता) हरियाणा के खिलाड़ियों के पुरस्कार राशि में कथित तौर पर कटौती को लेकर उठा विवाद अब राजधानी दिल्ली पहुंच गया है और जंतर-मंतर पर खेल बचाओ-खिलाड़ी बचाओ मंच ने हरियाणा सरकार की खेल विरोधी नीतियों के खिलाफ धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया।
धरना-प्रदर्शन के संयोजक एवं अधिवक्ता सुरेंद्र कालीरमन ने बताया कि यह प्रदर्शन हरियाणा सरकार की खेल विरोधी नीतियों के खिलाफ आयोजित किया गया है और इसे लेकर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को एक ज्ञापन सौंपा जाएगा।
कालीरमन ने हरियाणा के खिलाड़ियों की समस्याओं को उठाते हुए कहा कि खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि में ना तो कटौती की जानी चाहिए और ना ही देरी की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जूनियर और सब जूनियर खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि को खत्म करना और नौकरियों में तीन प्रतिशत कोटा समाप्त करना खिलाड़ियों के साथ नाइंसाफी है। उन्होंने कहा कि यदि खिलाड़ियों की समस्याओं का निराकरण एक सप्ताह के अंदर नहीं किया गया तो संपूर्ण प्रदेश में धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि हरियाणा में जननायक जनता पार्टी (जजपा) के नेता दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा सरकार की खेल नीति पर कड़ा एतराज जताते हुए आरोप लगाया था कि मनोहर लाल खट्टर सरकार खेल और खिलाड़ियों को पूरी तरह से बर्बाद करने पर तुली हुई है जबकि हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने कहा था कि राज्य सरकार अपनी खेल नीति के तहत राज्य के खिलाड़ियों को देश में सर्वाधिक पुरस्कार राशि प्रदान करती है और उसने कभी भी खिलाड़यों का अपमान नहीं किया है।
विज ने पलवान बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट जैसे खिलाड़ियों को मिलने वाली पुरस्कार राशि में राज्य सरकार द्वारा कथित तौर पर कटौती किए जाने को लेकर किये गये ट्वीट पर यह प्रतिक्रिया व्यक्त की थी।
गौरतलब है कि राज्य सरकार ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में उपलब्धियां हासिल करने वाले खिलाड़ियों को सम्मानित करने के लिये गत 24 जून को पंचकूला में एक समारोह आयोजित करने का ऐलान किया था लेकिन बाद में इसे रद्द कर दिया गया। इस समारोह में लगभग तीन हजार खिलाड़ियों को सम्मानित किया जाना था।