राज्य » बिहार / झारखण्डPosted at: Jul 26 2019 6:18PM बाढ़ का प्रभाव कम करने वाली हो पुल की डिजाइन : सुशील
पटना 26 जुलाई (वार्ता) बिहार के उप मुख्यमंत्री ने आज कहा कि बाढ़ प्रभावित इस राज्य में पुलों की डिजाइन ऐसी हो जो नदी का निर्बाध बहाव एवं बाढ़ का प्रभाव कर कर सके।
श्री मोदी ने यहां ज्ञानभवन में ‘मेजर ब्रिजेज इन बिहार: इनोवेशन एंड चैलेंजेज’ विषय पर आयोजित वर्कशॉप को संबोधित करते हुए कहा कि बिहार एक बाढ़ प्रभावित राज्य है। नदियों की धारा एवं दिशा को ध्यान में रखते हुए पुल की डिजाइन बनाइ जाये ताकि पानी का अप्रत्याशित तेज बहाव बाधित हुए बिना प्रवाहित हो और बाढ़ का प्रभाव भी कम हो सके।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद बिहार में जहां गंगा पर राजेंद्र सेतु (मोकामा), सोन पर कोईलवर पुल और गंगा पर महात्मा गांधी सेतु जैसे मात्र तीन-चार गिने-चुने पुलों का निर्माण हो सका था वहीं राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार द्वारा आज सोन नदी पर तीन, गंडक पर पांच और कोसी नदी पर छह (जिनमें से एक का निर्माण हो चुका है) तथा गंगा नदी पर 12 नये मेगा पुलों का निर्माण हो रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल की राजग सरकार ने बिहार में दीघा-सोनपुर रेल पुल, मुंगेर रेल पुल तथा कोसी नदी पर मेगा पुल का निर्माण कराया।
श्री मोदी ने कहा कि राजग सरकार के 15 वर्षों के कार्यकाल में बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड ने 2200 से ज्यादा पुल-पुलियों का निर्माण कर राज्य की बदहाल एवं बदनाम परिवहन व्यवस्था का कायाकल्प किया है। उन्होंने कहा कि सड़कों के जाल और पुलों के निर्माण से बिहारवासियों को सुगम-सुलभ और बेहतरीन यातायात सुविधा मिली है।
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