ब्रसेल्स 22 जून (रायटर) अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ईरान, यूरोपीय संघ से आयात पर नयी शुल्क दरों की कड़ी नीतियां और यूरोपीय संघ के रक्षा खर्च में बढोतरी आदि पश्चिमी देशों को सशक्त करने की रणनीति का हिस्सा हैं।
अमेरिका के यूरोपीय और युरेशिया मामलों के असिस्टेंट सेक्रेटरी ऑफ स्टेट वेस मिशेल ने गुरुवार को ब्रसेल्स में यूरोपीय और नाटो अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस तरह की नीतियों के अभाव चीन, रूस और ईरान जैसे देश अमेरिका और यूरोपीय देशों को राजनयिक व सैन्य नेतृत्व के मामले में पछाड़ देंगे।
श्री मिशेल ने कहा, “इस मसलों पर कड़ा नीति अपनाने पर हमेशा तुरंत सहमति नहीं बनती लेकिन इनको नजरअंदाज करके हम इसकी कहीं अधिक कीमत चुकाएंगे।”
उन्होंने कहा, “इन सभी मसलों ईरान, रक्षा खर्च, व्यापार आदि पर अमेरिका मिलकर आगे बढ़ने का रास्ता तलाश रहा है। इसके प्रति हम पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। हम इन मसलों पर बहस, चर्चा, वाद-विवाद, समन्वय कर सकते हैं लेकिन हमें इन पर काम करना होगा। हम उम्मीद करते है कि हमारी बहुपक्षीय कार्रवाई से दुनिया की जटिल चुनौतियों का समाधान होगा।”
श्री मिशेल ने कहा, “यूरोपीय सामान पर अमेरिका की आयात शुल्क दरें ढ़ांचागत व्यापार असंतुलन का खत्म करेंगी। यूरोपीय सहयोगी राष्ट्रों की कमजोर हो चुकी सेनाओं को सुदृढ़ करने के लिए रक्षा पर दो प्रतिशत खर्च करना होगा। ईरान परमाणु समझौते से अलग होने से उसके परमाणु कार्यक्रम पर सीमित करने में मदद मिलेगी।”
दिनेश
रायटर