पटना 24 सितंबर (वार्ता) बिहार में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पंचायत चुनाव के पहले चरण के लिए आज दस जिलों के बारह प्रखंडों की 151 ग्राम पंचायतों में कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर जहां मतदान शांतिपूर्ण रहा वहीं विभिन्न पदों के लिए मैदान में उतरे उम्मीदवारों की राजनीतिक किस्मत इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम )में कैद हो गई।
राज्य निर्वाचन कार्यालय के सूत्रों ने शुक्रवार को यहां बताया कि स्वतंत्र ,निष्पक्ष एवं भयमुक्त मतदान सुनिश्चित कराने के उद्देश्य से सभी मतदान वाले क्षेत्रों में सुरक्षा के चाक-चौबंद प्रबंध किए गए। इस चरण में 10 जिले के दावथ, संझौली, कुदरा ,बेलागंज ,खिजरसराय, गोविंदपुर ,औरंगाबाद, काको ,भोनभद्र बंसी -सूर्यपुर ,तारापुर ,सिकंदरा और धोरैया प्रखंड शामिल है। एक दो घटनाओं को छोड़कर मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हो गया और कहीं से भी अब तक किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। कुल ग्यारह लाख 48 हजार 44 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
नवादा जिले के उग्रवाद प्रभावित गोविंदपुर थाना क्षेत्र के माधवपुर पंचायत के मुखिया प्रत्याशी प्रिंस कुमार को अपने पक्ष में जबरन मतदाताओं को करने के आरोप में हिरासत में ले लिया गया। प्रत्याशी बूथ संख्या 82 और 83 पर मतदाताओं को अपने पक्ष में कर रहे थे तभी पुलिस ने यह कार्रवाई की।
इसी तरह औरंगाबाद जिले के नौगढ़ पंचायत के बीसैनी गांव में एक मुखिया प्रत्याशी के पति द्वारा गोलीबारी की गई। जिसके बाद स्थानीय ग्रामीणों ने विरोध करते हुए मतदान केंद्र को घेर लिया। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए 6 लोगों को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। इसी जिले के इब्राहिमपुर पंचायत के उनथू गांव के मतदान केंद्र संख्या 48, 89 और 50 के निकट दो उम्मीदवारों के समर्थकों के बीच हल्की झड़प हुई। पुलिस के आते ही सभी समर्थक फरार हो गए।
पहले चरण में ग्राम पंचायत मुखिया की 151 ,ग्राम पंचायत सदस्य की 2056 ,ग्राम कचहरी पंच की 2056, ग्राम कचहरी सरपंच की 151 ,पंचायत समिति सदस्य की 209 और जिला परिषद सदस्य की 24 सीटों पर चुनाव कराए जा रहे हैं। इस चरण में 15328 प्रत्याशियों ने विभिन्न पदों के लिए नामांकन दाखिल किया है। इनमें से 585 पदों पर प्रत्याशियों का निर्विरोध चुनाव हो गया है जबकि 72 पदों पर किसी प्रत्याशी ने नामांकन पत्र दाखिल नहीं किया है। मतगणना 26 और 27 सितंबर को सुबह 8बजे से होगी।
उपाध्याय सूरज
वार्ता