खेलPosted at: Jul 16 2018 3:12PM इंग्लैंड के केन को गोल्डन बूट अवार्ड
मास्को, 16 जुलाई (वार्ता) इंग्लैंड की टीम फीफा विश्व कप के सेमीफानल में हार गयी लेकिन उसके कप्तान और स्ट्राइकर हैरी केन को टूर्नामेंट में सर्वाधिक छह गोल करने के लिए गोल्डन बूट का अवार्ड मिला।
सेमीफाइनल में पराजित हुए बेल्जियम के गोलकीपर तिबौत कोर्टियस को ‘गोल्डन ग्लव’ का अवार्ड मिला जबकि स्पेन को फीफा फेयर प्ले ट्रॉफी से नवाजा गया। फाइनल में फ्रांस से पराजित हुए क्रोएशिया के कप्तान लुका मोड्रिच को गोल्डन बॉल और फ्रांस के किलियन एमबापे को एमर्जिंग प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड मिला।
‘गोल्डन बूट’ पाने वाले इंग्लिश कप्तान केन ने विश्वकप में सर्वाधिक छह गोल की बदौलत यह अवार्ड अपने नाम किया। उन्होंने दो गोल ट्यूनीशिया के खिलाफ किये थे जिसमें एक इंजरी टाइम में किया गया था जबकि अपने बाकी चार गोल में से तीन उन्होंने पेनल्टी पर दागे।
बेल्जियम गोलकीपर कोर्टियस ने टूर्नामेंट में तीन बार अपनी टीम के खिलाफ विपक्षी टीम को गोल नहीं करने दिया और तीन क्लीनशीट रखे। विश्वकप में इस कामयाबी के बाद उनकी इंग्लिश प्रीमियर क्ल्ब चेल्सी में स्थिति और मजबूत हुई है।
21वें विश्वकप में महान पेले के बाद सबसे युवा विश्वकप गोल स्कोरर बनने वाले विजेता फ्रांस के एमबापे ने टूर्नामेंट में चार गोल किये। पेले ने 1958 में 17 साल 249 दिन की आयु में विश्वकप में गोल किया था और वह आज भी फीफा विश्वकप मेंं गोल करने वाले सबसे युवा स्कोरर हैं जबकि एमबापे उनके बाद दूसरे नंबर पर हैं।
उपविजेता क्रोएशिया के 32 वर्षीय मोडरिच हमेशा अपनी टीम के मिडफील्ड की जान रहे और उन्होंने टीम को पहली बार विश्वकप फाइनल में पहुंचने में अहम भूमिका निभाई। गोल्डन बॉल पाने वाले मोडरिच ने टूर्नामेंट में दो गोल किये। उन्होंने टूर्नामेंट के सात मैचों में 70 किलोमीटर तक मैदान पर दौड़ लगाई जो किसी अन्य खिलाड़ी से सर्वाधिक है।